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जब पुलिस कमिश्नर ने कहा, हम 2018 में और कानून 1980 के हैं

कमिश्नर ने जस्टिस की तुलना भगवान से करते हुए कहा कि ऊपर भगवान है और धरती पर भगवान के रूप में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में न्यायाधीश हैं

FP Staff

राजस्थान के जोधपुर शहर में गुरुवार को पुलिस कमिश्नर ने हाईकोर्ट में एक याचिका पर सुनवाई के दौरान खुद पैरवी की. सुनवाई के दौरान पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि अपराधी हाईटेक हो चुके हैं. कानून की जिन दलीलों को बचाव पक्ष के वकील ने रखा है वह 1980 के हैं. जबकि हम 2018 में जी रहे हैं.

एक तरफ एक अपराधी के हित हैं तो दूसरी तरफ जनहित हैं. ऊपर ईश्वर है और सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में धरती के ईश्वर है. आज के समय के हिसाब से वॉइस सैंपल लेने की अनुमति बहुत जरूरी है.


कोर्ट में यह सुनवाई जोधपुर शहर में रंगदारी के लिए फायरिंग कर दहशत फैलाने और व्यापारी वासूदेव की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी विक्का उर्फ विक्रमजीत की आवाज के नमूने को लेकर हुई. राज्य सरकार की ओर से दायर विविध फौजदारी याचिका पर हाईकोर्ट जस्टिस विजय विश्नोई की कोर्ट में सुनवाई हुई.

सुनवाई के दौरान याचिका में सरकार की ओर से पुलिस आयुक्त अशोक राठौड़ ने न्यायहित में स्वयं पैरवी की. उन्होंने वर्तमान के परिपेक्ष्य में अपराधियों के हाईटैक हो जाने और कानून के पुराने होने के चलते पुलिस जांच में आ रही बाधाओं से हाईकोर्ट को अवगत करवाया. इसके साथ ही उन्होंने भावुक तरीके से मजबूती के साथ अदालत में पक्ष रखते हुए कहां कि एक तरफ एक अपराधी के अधिकार हैं तो दूसरी ओर आम जनता का हित है.

उन्होंने जस्टिस की तुलना भगवान से करते हुए कहा कि ऊपर भगवान है और धरती पर भगवान के रूप में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में न्यायाधीश हैं. जनता के हित और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए आवाज के नमूना लेना आवश्यक है. बचाव पक्ष के अधिवक्ता संजय विश्नोई ने बताया कि समय अभाव के चलते गुरुवार को सुनवाई पूरी नहीं हो पाई. अब आगे की सुनवाई शुक्रवार को फिर होगी.

(न्यूज 18 के लिए राजस्थान से चंद्रशेखर व्यास की रिपोर्ट)