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जोधपुर के मणाई आश्रम में उस काली रात की पूरी कहानी

करीब डेढ़ घंटे तक आसाराम ने नाबालिग के साथ कुकर्म किया. कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में इस बात का जिक्र है

FP Staff

जोधपुर के मणाई आश्रम में आसाराम ने अपनी कुटिया में अंधेरे में नाबालिग पीड़िता के साथ बलात्कार किया. पीड़िता के विरोध करने पर आसाराम ने उसके माता-पिता को मरवाने की धमकी दी. करीब डेढ़ घंटे तक आसाराम ने नाबालिग के साथ कुकर्म किया.

कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में अनुसंधान अधिकारी ने विस्तारपूर्वक इस बात का जिक्र किया है कि आसाराम ने किस तरह नाबालिग के सामने नग्न अवस्था में गलत हरकतें की जो कि बेहद डरावनी है. इसके लिए आसाराम ने पूरा षड़यंत्र रचा और नाबालिग को बहाने से मणाई आश्रम बुलाया. आसाराम के इस कृत्य के दौरान उसके दो-तीन सेवक बाहर चौकीदारी करते रहे.


अनुसंधान अधिकारी की ओर से पेश किए गए आरोप पत्र में स्पष्ट रूप से बताया गया कि आसाराम ने छिंदवाड़ा आश्रम के छात्रावास की संचालिका शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता व शरदचन्द्र से मिलकर षड़यंत्रपूर्वक नाबालिग को जोधपुर बुलाया. वहां बुलाने के बाद 15 अगस्त 2013 को देर रात तक सत्संग करने के बाद पीड़िता और उसके माता पिता को अपने कुटिया परिसर के गार्डन में बुलाया.

वहां उनसे बातचीत की और उन्हें दूध पिलाया. पीड़िता को कुटिया के पीछे तरफ भेज दिया और पीड़िता के माता पिता से बात करता रहा. बाद में खुद कुटिया में चला गया और लाइट बंद कर दी.

डेढ़ घंटे तक खेलता रहा दरिंदगी का खेल 

उसने अपने रसोइये से पीड़िता के माता पिता को जाने का संदेश भिजवा दिया. उसके बाद उसने दरिंदगी का खेल शुरू किया. आसाराम ने कुटिया के पीछे के दरवाजे से पीड़िता को अंदर बुलाया. गेट बंद कर खुद पलंग पर लेट गया और पीड़िता को अपने पास बिठा लिया. पीड़िता का हाथ सहलाते हुए उसे अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए समर्पित होकर आश्रम में ही रहने का लालच दिया.

बाद में पीड़िता से कहा, 'देखकर आओ कि माता-पिता क्या कर रहे हैं.' पीड़िता ने बाहर देखकर बताया कि पिताजी चले गए हैं और मां बैठी हैं. इस पर आसाराम ने पीड़िता को कुटिया में वापस लेकर दरवाजा अंदर से लॉक कर दिया. उसके बाद आसाराम ने निर्वस्त्र होकर करीब डेढ़ घंटे तक गुरु शिष्या परंपरा को तार-तारकर हैवानियत का जो नंगा नाच किया, वो बेहद शर्मनाक था.

आसाराम ने बालिका को जबर्दस्ती अर्धनग्न कर उससे रेप किया. पीड़िता के चिल्लाने पर उसका मुंह हाथ से दबा दिया और उसके माता पिता को जान से मरवाने की धमकी दी. डेढ़ घंटे तक पीड़िता से दरिंदगी के बाद आसाराम ने उसे बाल ठीक कर और कपड़े पहनकर बाहर जाने को कहा.