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जेएनयू के प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, छात्र संघ पहुंचा दिल्ली महिला आयोग

छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई में देरी का भी आरोप लगाया है

Bhasha

जेएनयू छात्र संघ ने शनिवार को छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए  महिला आयोग का रुख किया.

दरअसल जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के एक प्रोफेसर पर छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है.


पुलिस के मुताबिक, दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के वसंत कुंज पुलिस थाना में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ एक चार्जशीट दर्ज कराई गई है.

आरोपी प्रोफेसर ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के दो प्रशासनिक पदों- मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) और इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) से 'नैतिक आधार'  पर इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निहित स्वार्थ वाले कुछ छात्रों का एक 'सोचा समझा कदम' है.

36 घंटे बाद भी नहीं हुई प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई

छात्र संघ की अध्यक्ष गीता कुमारी ने शनिवार को कहा, 'चार्जशीट दर्ज हुए 36 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वह जेएनयू परिसर में मिली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. जेएनयू प्रशासन ने उन्हें उनके दायित्वों से भी मुक्त नहीं किया है.'

गीता ने दावा किया, 'अब तक 9 छात्राएं उत्पीड़न की रिपोर्ट देने के लिए सामने आई हैं और कई पूर्व छात्राओं ने हमें फोन कर प्रोफेसर के साथ काम करने के दौरान उनके साथ हुए यौन उत्पीड़न की घटनाएं बताई हैं.'

यूनिवर्सिटी प्रशासन पर हमला बोलते हुए छात्र संघ ने आरोप लगाया,  'आंतरिक शिकायत समिति द्वारा जांच कराने का वादा कर जेएनयू प्रशासन ने प्रोफेसर को बचाने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है.' छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई में देरी का भी आरोप लगाया है.