यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी प्रोफेसर अतुल जौहरी को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया. इसके बाद जौहरी को पटियाला हाउस कोर्ट ने जमानत दे दी.
जौहरी के खिलाफ जेएनयू की 9 छात्राओं ने शिकायत दर्ज की थी. प्रोफेसर जौहरी के ऊपर 8 एफआईआर दर्ज हैं.
9 छात्राओं द्वारा जौहरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी और उन्हें सस्पेंड करने की मांग को लेकर जेएनयू छात्रसंघ लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहा था. सोमवार शाम 5 बजे जेएनयू छात्रसंघ ने आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वसंत कुंज थाने के सामने भी विरोध-प्रदर्शन किया था. विरोध-प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने नेल्सन मंडेला मार्ग को भी जाम कर दिया था. इस दौरान पुलिस की छात्रों से झड़प भी हुई थी.
मंगलवार को आरोपी प्रोफेसर को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया था. खबर है कि पूछताछ के दौरान ही प्रोफेसर जौहरी को हिरासत में लिया गया.
जेएनयू के छात्रों का कहना था कि पुलिस मामले में ठीक से कारर्वाई नहीं कर रही है और एफआईआर दर्ज करने के बावजूद शिकायतकर्ताओं से पूछताछ नहीं की है.
इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ और जेएनयू शिक्षक संघ ने सोमवार और मंगलवार को आरोपी प्रोफेसर अतुल जौहरी को सस्पेंड करने समेत कई मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी स्ट्राइक किया.
आरोपी प्रोफेसर जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज में पढ़ाते हैं.
आरोपी प्रोफेसर ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के दो प्रशासनिक पदों- मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) और इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) से 'नैतिक आधार' पर इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निहित स्वार्थ वाले कुछ छात्रों का एक 'सोचा समझा कदम' है.