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जेट एयरवेज: एयर प्रेशर हादसे के शिकार शख्स ने खोई सुनने की शक्ति

इस हादसे का शिकार हुए एक शख्स की सुनने की शक्ति चली गई है

FP Staff

20 सितंबर को जेट एयरवेज की एक फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिग करानी पड़ी थी. प्लेन में बैठे 166 यात्रियों में से 30 के नाक और कान से खून निकलने लगा था. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं अब इस हादसे का शिकार हुए एक शख्स की सुनने की शक्ति चली गई है. ये हादसा प्लेन के केबिन क्रू की लापरवाही के कारण हुआ था. क्रू के मेंबर केबिन प्रेशर रेगुलेट करना भूल गए थे, जिससे हवा का दबाव बढ़ने के कारण यात्रियों के नाक और कान से खून निकलने लगा था.

इस हादसे का शिकार हुए यात्रियों में से एक मुकेश शर्मा भी थे, जो अब अपनी सुनने की शक्ति खो चुके हैं. जयपुर के अस्पताल में उनका ऑडियोमेट्री टेस्ट हुआ, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इस हादसे से उनकी सुनने की शक्ति पर कितना नुकसान पहुंचा है. टेस्ट में सामने आया कि उन्होंने हमेशा के लिए अपनी सुनने की शक्ति खो दी है. उनके डॉक्टर ने बताया कि शर्मा को बारोट्रॉमा से गुजरना पड़ा. उनकी कान और गले को जोड़ने वाली यूस्टेचियन ट्यूब में ब्लॉकेज हो गया है, जिस कारण उनकी सुनने की शक्ति हमेशा के लिए चली गई है. आमतौर पर बैरोट्रॉमा तब होता है जब व्यक्ति कम दबाव के क्षेत्र में जाता है. जैसे हवाई जहाज में यात्रा करना.


शर्मा पुर्तगाल में रिसर्च स्कॉलर के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन बीमारी के चलते उन्हें अपनी नौकरी भी छोड़नी पड़ी. उन्होंने बताया कि इलाज में उनका मोटा खर्चा हुआ है और सर्जरी में उनका और भी खर्चा होगा. शर्मा के अलावा काला नाम के एक और पैसेंजर को इसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनके परिवार वालों ने बताया कि जेट एयवेज ने इलाज के दौरान खर्च होने वाले पैसे चुकाने की बात कही थी. पर एयरलाइन बिल क्लियर नहीं कर रही है और उन्हें गलत बता रही है. कानून के तहत यदि कोई यात्री किसी एयरलाइन से यात्रा के समय घायल होता है तो एयरलाइन को उसे मुआवजा देना होता है.