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सुरक्षा अधिकारियों की राइफल गुम होने के बाद कश्मीर के SSP का तबादला

श्रीनगर में कांग्रेस के एमएलसी के सरकारी आवास से उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों की चार राइफलें गुम होने के एक दिन बाद, जम्मू कश्मीर पुलिस ने कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक SSP (सुरक्षा) को निगरानी के कर्तव्य की उपेक्षा’ के लिए पद से हटा दिया है

FP Staff

श्रीनगर में कांग्रेस के एमएलसी के सरकारी आवास से उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों की चार राइफलें गुम होने के एक दिन बाद, जम्मू कश्मीर पुलिस ने कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक SSP (सुरक्षा) को ‘निगरानी के कर्तव्य की उपेक्षा’ के लिए पद से हटा दिया है.

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने एक आदेश में कहा, ‘कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) मकसूद-उल-जमां को तुरंत प्रभाव से सुरक्षा मुख्यालय से संबंद्ध किया जाता है.’


जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की तीसरी बटालियन के एसएसपी कमांडेंट सज्जाद हुसैन को अगले आदेश तक कश्मीर के एसएसपी (सुरक्षा) का अतिरिक्त जिम्मा दिया गया है. श्रीनगर के जवाहर नगर इलाके में कांग्रेस नेता मु्जफ्फर पर्रे के निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) के हथियार रविवार को उनके सरकारी आवास के गार्ड कक्ष से गुम हो गए थे.

पर्रे के आवास पर पीएसओ के तौर पर तैनात चार पुलिसकर्मियों को सोमवार को ड्यूटी में लापरवाही बतरने और अनाधिकृत तौर पर गैरहाजिर रहने के लिए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. पर्रे घटना के वक्त अपने सरकारी आवास पर मौजूद नहीं थे.

हथियार कैसे लूटे गए?

न्यूज-18 की खबर के मुताबिक, पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो युवक इलेक्ट्रीशियन के रूप में घर में घुसे. उन्‍होंने बिजली का मीटर ठीक करने का बहाना बनाया और अंदर देखा कि पुलिसकर्मी वर्दी में नहीं थे. उनके जाने के बाद एक और शख्‍स आया और उसने पुलिसकर्मी पर पिस्‍तौल तान दी. उसे हथियार देने को कहा गया और पुलिसवाले ने ऐसा ही किया.

पर्रे की सुरक्षा में चार पुलिसवाले तैनात थे, लेकिन उन्‍होंने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए बिना पहरे के जम्‍मू की यात्रा की. उनके घर पर भी केवल एक पीएसओ ही था, बाकी के तीन बिना आधिकारिक छुट्टी के घर गए हुए थे. सूत्रों का कहना है कि बिना पुलिसवाले की सूचना या मदद के यह लूट संभव नहीं थी.

(इनपुट भाषा से)