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कश्मीर: पैलेट गन के चलते ब्लाइंड हुई लड़की ने पास की 10वीं की परीक्षा

इंसा उन 43,000 विद्यार्थियों में है जिन्होंने यह परीक्षा पास की है. परीक्षा परिणाम मंगलवार को ही घोषित हुआ है.

Bhasha

पैलेट गन के चलते आंखों की रोशनी गंवाने वाली 16 वर्षीय लड़की अब गायन में पारंगता हासिल कर रही है. उसके घायल चेहरे से कश्मीर में पैलेट के इस्तेमाल के विरुद्ध लोगों में विरोध के स्वर पनपे थे. अपनी नेत्रदृष्टि गंवाने के बाद संगीत का अध्ययन करने वाली इंसा मुश्ताक लोन ने जम्मू कश्मीर में दसवीं की बोर्ड परीक्षा पास की है और उसे और पढ़ने की आस है.

उसने कहा, ‘मैंने संगीत विषय लिया और मैं उसे पास कर गई.’ इंसा उन 43,000 विद्यार्थियों में है जिन्होंने यह परीक्षा पास की है. परीक्षा परिणाम मंगलवार को ही घोषित हुआ. इंसा दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के एक सुदूर गांव की रहने वाली है.


जब उससे उसकी योजना के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, ‘अपने मां-बाप से परामर्श करने के बाद मैं आगे की पढ़ाई के लिए विषय का चुनाव करूंगी.’ इंसा वर्ष 2016 में ग्रीष्मकाली में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों द्वारा दागे गए पैलेट लगने से नेत्रदृष्टि गंवा बैठी थी. वह अपने मकान की खिड़की से बाहर के प्रदर्शनकारियों को देख रही थी.

पैलेट से इंसा की आंखों के रेटिना और ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचा था. इसके बाद कई अस्‍पतालों में उसका इलाज हुआ लेकिन वह देख नहीं पाई. आत्‍मविश्‍वास हासिल करने के लिए इंसा ने मनोवैज्ञानिक की भी मदद ली. एक असिस्‍टेंट की मदद से उसने परीक्षा दी. उसके पिता मुश्‍ताक अहमद ने बतायाकि गणित को छोड़कर उसने सभी पेपर पास किए हैं. उसे गणित की परीक्षा फिर से देनी होगी लेकिन वह अगली कक्षा में बैठ सकती है. पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने भी इंशा के प्रयासों की तारीफ की है.