view all

JK: आतंकियों के डर से नौकरी छोड़ रहे पुलिसकर्मी, अब डीजीपी दिलबाग सिंह ने कही ये बात

शुक्रवार को आतंकियों के डर से छह पुलिसकर्मियों ने नौकरी छोड़ दी, पुलिसकर्मियों ने वीडियो बयान जारी कर नौकरी छोड़ी है

FP Staff

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का खौफ लोगों में ही नहीं बल्कि पुलिसवालों में भी देखने को मिल रहा है. आतंकियों द्वारा शोपियां इलाके से अगवा किए गए चार पुलिसकर्मियों में से तीन के शव बरामद होने के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. सर्च ऑपरेशन जारी है. इसी बीच जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बड़ा बयान दिया है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने शोपियां में पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में कहा- 'ये एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है कि 2 एसपीओ और एक कॉन्सटेबल की हत्या कर दी गई है. आतंकवादी संगठन की तरफ से ये बहुत ही गलत काम किया गया है. ये पुलिस कर्मी उनके लिए सॉफ्ट टारगेट थे. इस घटना की निंदा की जाती है.'

उन्होंने आगे कहा- 'पुलिस आम जनता के लिए काम करती है किसी को तकलीफ नहीं पहुंचाती. उनके बारे में कोई भी गलत बात फैलाना सही नहीं है. अगर कुछ खराब हुआ है तो हम उसकी जांच करेंगे. हमारे एसपीओ अपनी ड्यूटी अच्छे से कर रहे थे. वह हमारे सिक्योरिटी फोर्सेस का अहम हिस्सा थे.' वहीं अब इस घटना के बाद एक-एक कर पुलिस वालों के इस्तीफे सामने आ रहे हैं. हिज्बुल के आतंकी पुलिसवालों को नौकरी छोड़ने की धमकियां दे रहे हैं.

शुक्रवार को आतंकियों के डर से छह पुलिसकर्मियों ने नौकरी छोड़ दी. नौकरी छोड़ने वालों में शबीर अहमद, इरशाद बाबा, तजामुल हुसैन, नवाज अहमद का नाम शामिल है. पुलिसकर्मियों ने वीडियो बयान जारी कर नौकरी छोड़ी है. वहीं इस मामले में पुलिसवालों को अगवा करने के पीछे हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू का नाम सामने आ रहा है. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से आतंकी, सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बना रहे हैं.

आतंकियों ने पिछले दिनों पुलिस कर्मियों के करीब 10 परिजनों को भी अगवा कर लिया था हालांकि बाद में उनके छुटने की भी खबर आई थी. सूत्रों की मानें तो जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार जवानों पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहे हैं. हिज्बुल मुजाहिद्दीन संगठन ने कश्मीर के पुलिस वालों को एक अनोखा फरमान सुना दिया है. हिज्बुल ने कहा कि सभी कश्मीरी पुलिसवालों को 4 दिन के अंदर अपनी नौकरी छोड़नी होगी.