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मेजर गोगोई ने फर्जी पहचान बताकर की थी FB पर दोस्ती, लड़की नाबालिग नहीं

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को बताया है कि आधार कार्ड के अनुसार लड़की की उम्र 18 साल से अधिक है, मामले की अगली सुनवाई 4 जून को होगी

FP Staff

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को श्रीनगर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत को बताया कि मेजर लीतुल गोगोई ने फर्जी तौर पर अपने आप को मुस्लिम युवक के रूप में पेश किया और एक कश्मीरी लड़की के साथ होटल में ठहरने के लिए गए. मेजर गोगोई ने अपने साथ सेना के एक अन्य जवान समीर मल्ला को भी साथ लिया था.

पुलिस ने यह भी बताया कि गोगोई और समीर मल्ला ने होटल स्टाफ से लड़ाई भी की थी क्योंकि उनलोगों ने रूम देने से मना कर दिया था. समीर बड़गाम जिले के खाग गांव का रहने वाला है.


मानवाधिकार कार्यकर्ता और अंतरराष्ट्रीय फोरम फॉर जस्टिस एंड ह्यूमन राइट्स (आईएफजेएचआर) के अध्यक्ष मोहम्मद अहसान उंटू द्वारा मेजर गोगोई के खिलाफ 'अनैतिक कृत्य' में शामिल होने के जवाब में सीजीएम के सामने प्रस्तुत किए गए एक रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि मेजर गोगोई ने कश्मीरी लड़की को फेसबुक पर दोस्त बनाने के लिए खुद को उम्मैद अरमान नाम के युवक के तौर पर पेश किया.

पुलिस ने बताया कि मेजर और समीर ने लड़की को अपना फोन नंबर भी दिए थे. दोनों ने लड़की से उस समय बात भी की थी जब वह निजी वाहन से होटल जाने से पहले कश्मीर के मगम में उनका इंतजार कर रही थी.

उंटू ने अपना आवेदन देते हुए आरोप लगाया था कि पुलिस मामले को दबाना चाहती है. जिसके बाद 27 मई को सीजेएम द्वारा जारी निर्देश के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई थी. सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत मामला दर्ज हुआ था. सीजेएम ने मामले की सुनवाई की अगली तारीख 4 जून तय की है.

23 मई को मेजर गोगोई और समीर को एक लड़की के साथ श्रीनगर एक होटल में पकड़ा गया था. तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ भी दिया गया. शुरुआती रिपोर्ट में यह कहा जा रहा था कि लड़की नाबालिग थी लेकिन उसकी उम्र को लेकर कई बातें सामने आने लगी जिससे केस काफी धुंधला बन गया था. अब पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने कहा है कि आधार कार्ड के अनुसार लड़की की उम्र 18 साल से अधिक है.

पुलिस ने अपने रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया कि लड़की को इस बात की जानकारी नहीं थी कि मेजर गोगोई अपनी फर्जी पहचान बता रहे हैं. लड़की को इस बात की जानकारी एक महीने पहले ही लगी थी कि यह उम्मैद नहीं बल्कि आर्मी के अधिकारी गोगोई हैं.