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फगवाड़ा झड़प: मोबाइल इंटरनेट की सेवा सस्पेंड, सीएम ने की शांति की अपील की

दो समूहों के बीच यह घटना डाक्टर बी आर अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उनकी तस्वीर वाले एक बोर्ड को राष्ट्रीय राजमार्ग एक के ‘गोल चौक’ पर लगाने और इस चौक का नाम ‘संविधान चौक’ करने की भी कोशिश की वजह से हुई

Bhasha

पंजाब के फगवाड़ा जिले में दो हिंदूवादी संगठनों और एक दलित संगठन के बीच हुई झड़प में चार व्यक्ति घायल हो गए. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करने के साथ ही कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

वहीं एहतियात के तौर पर पंजाब के चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा और संदेश सेवा निलंबित कर दी गई.


पुलिस ने बताया कि दो समूहों के बीच यह घटना डाक्टर बी आर अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उनकी तस्वीर वाले एक बोर्ड को राष्ट्रीय राजमार्ग एक के ‘गोल चौक’ पर लगाने और इस चौक का नाम ‘संविधान चौक’ करने की भी कोशिश की वजह से हुई.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार घटना के बाद मुख्यमंत्री खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और एहतियात के तौर पर कपूरथला , जालंधर , होशियारपुर और शहीद भगत सिंह नगर जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा और संदेश सेवा निलंबित कर दी गई.

इन जिलों में निलंबित रहेगी इंटरनेट सेवा

पंजाब के गृह मामलों के सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि पंजाब सरकार ने झड़प के बीच कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर और शहीद भगत सिंह नगर जिला में तत्काल प्रभाव से 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा और संदेश सेवा निलंबित कर दी.

आदेश में कहा गया है कि कपूरथला जिले के फगवाड़ा में यह झड़प हिंदू कार्यकर्ताओं (शिव सेना बाल ठाकरे और हिंदू सुरक्षा समिति) और दलित कार्यकर्ताओं (अंबेडकर सेना) के बीच हुई.

पुलिस ने बताया कि 32 लोगों के नाम के साथ करीब 150 लोगों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धारा (इसमें हत्या भी शामिल है), हथियार अधिनियिम और राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामले दर्ज हुए हैं.

उन्होंने बताया कि घायल होने वालों में  'शिव सेना बाल ठाकरे' के उपाध्यक्ष इंद्रीजत करवाल का बेटा जिमी और पंजाब शिव सेना उपाध्यक्ष राजेश पाल्टा को भी दूसरे समूह के लोगों ने कथित तौर पर पीटा.

पुलिस ने बताया कि झड़प के दौरान गोली भी चली. बाद में पुलिस ने स्थित को अपने काबू में कर लिया.

मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि राज्य सरकार झड़प में घायल सभी लोगों के इलाज का पूरा खर्चा वहन करेगी चाहे वह सरकारी अस्पताल में भर्ती हों या निजी अस्पताल में.

इसी बीच शहर में शुक्रवार की घटना को लेकर शनिवार को तनाव पसरा हुआ है और कई दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे.

करीब 700 सुरक्षा बलों ने लोगों में सुरक्षा की भावना भरने के लिए शनिवार को फ्लैग मार्च निकाला. कपूरथला उपायुक्त मोहम्मद तैय्यब और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप शर्मा भी मार्च में शामिल थे.

इसी बीच राज्य सभा सदस्य और पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष श्वेत मलिक ने तनाव को देखते हुए अपनी फगवाड़ा की यात्रा रद्द कर दी.