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जकार्ता के बदनाम ट्रैफिक ने सोनी को विमान दुर्घटना में मारे जाने से बचा लिया

एक इंडोनेशियाई व्यक्ति ने बाताया कि जकार्ता के बदनाम ट्रैफिक ने अनजाने में सोमवार को उनकी जान को कैसे बचाया

FP Staff

ट्रैफिक जाम में फंसना कभी किसी को पसंद नहीं आता. और ऐसे में अगर आपकी फ्लाइट छूटने वाली हो तब तो कतई नहीं. हालांकि ट्रैफिक जाम में फंसने से ही आज यानी सोमवार को एक व्यक्ति की जान बच गई. एक इंडोनेशियाई व्यक्ति ने बाताया कि जकार्ता के बदनाम ट्रैफिक ने अनजाने में सोमवार को उनकी जान को कैसे बचाया.

इंडोनेशिया के वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी सोनी सेतियावान को सोमवार के दिन उस विमान पर उनके दोस्तों के साथ होना चाहिए था जो दुर्घटना का शिकार हो गया. लेकिन जब उनके दोस्त भीड़भाड़ वाले ट्रैफिक से रास्ता बनाते हुए विमान पकड़ने में सफल रहे, तब सोनी घंटो तक टोल रोड पर ही फंसे रहे. सोनी ने बताया, 'मैं आमतौर पर जेटी 610 से ही उड़ान भरता हूं - मेरे दोस्त और मैं हमेशा इस विमान से ही सफर करते थे.'


दूसरे विमान से पहुंचे तब पता चला कि पहला विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया

उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि टोल रोड पर ट्रैफिक इतना बुरा क्यों था. मैं आमतौर पर जकार्ता में 3 बजे पहुंच जाता था. लेकिन आज सुबह मैं हवाई अड्डे पर 6 बज कर 20 मिनट पर पहुंचा और मुझे फ्लाइट के लिए देरी हो गई थी.' उस ट्रैफिक जाम के कारण का अंदाजा भले ही सोनी को न हो लेकिन इसने उनकी जान बचा ली. हालांकि उनके छह साथी इतने भाग्यशाली नहीं थे.

सोनी ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार विमान दुर्घटना की बात सुनी तो वह रो पड़े थे. क्योंकि उन्हें यह पता था कि उनके दोस्त उसी विमान में सफर कर रहे थे. सोनी ने कहा कि एक विमान छूट जाने के बाद वह दूसरे विमान से पंगकल पिनॉन्ग सिटी पहुंच गए. वहां जा कर ही उन्हें दुर्घटनाग्रस्त विमान के बारे में पता चला.

न्यूज 18 के मुताबिक उन्होंने कहा कि उनके परिजनों को जब विमान दुर्घटना का पता चला तो वह टूट चुके थे. तब उन्होंने फोन कर यह जानकारी दी कि वह सुरक्षित हैं तब परिजनों को शांति मिली. गौरतलब है कि सोमवार सुबह इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के 13 मिनट बाद ही लॉयन एयर का जेटी 610 विमान दुर्घटना का शिकार हो गया और समुद्र में जा गिरा. राहत और बचाव कार्य की टीम ने बताया कि विमान में सवार सभी 189 लोग मारे गए हैं.