देश के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-29 आंध्र प्रदेश के श्रीहरीकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से शाम 5.08 बजे लॉन्च हो गया है. अपनी दूसरी उड़ान में जीएसएलवी-एमके 3 रॉकेट जीसैट-29 को भू स्थिर कक्षा में स्थापित करेगा.
जीसैट-29 एक संचार उपग्रह है जिसका वजन करीब 3,423 किलोग्राम है और इसे 10 साल के मिशन काल के लिहाज से डिजाइन किया गया है. ये भूमध्य रेखा के लिए जरूरी झुकाव के साथ उपग्रह को भूस्थैतिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में स्थापित करेगा. जीसैट-29 उपग्रह उच्च क्षमता वाले का और कू-बैंड के ट्रांसपोंडरों से लैस है. इससे पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर सहित देश के दूर-दराज के इलाकों में संचार जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी.
इसरो के चेयरमैन डॉक्टर के सिवान ने जीसैट-29 के सक्सेसफुल लॉन्च का श्रेय इसरो की पूरी टीम को दिया. उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय इसरो की पूरी टीम को जाता है. इस संचार उपग्रह को देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए काफी अहम माना जा रहा है. इससे इन राज्यों में संचार सुविधाएं बेहतर होने के साथ-साथ इंटरनेट स्पीड भी बढ़ेगी.
(एजेंसियों से इनपुट)