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इजरायली पीएम नेतन्याहू एक खास गिफ्ट के साथ आ रहे हैं भारत

पीएम मोदी ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान इजरायल पीएम के साथ भूमध्य सागर के किनारे 'बग्गी' जीप में सैर भी की थी, अब खबर आ रही है कि नेतन्याहू यही जीप एक तोहफे के तौर पर भारत ला रहे हैं

FP Staff

पिछले साल जुलाई में पूरी दुनिया ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती का नजराना देखा था. पीएम मोदी ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान इजरायली पीएम के साथ भूमध्य सागर के किनारे 'बग्गी' जीप में सैर भी की थी, अब खबर आ रही है कि नेतन्याहू यही जीप एक तोहफे के तौर पर भारत ला रहे हैं.

बता दें कि बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी से शुरू हो रही अपनी यात्रा पर आ रहे हैं. वो अपने इस दौरे पर वही 'Gal-Mobile water desalinisation and purification jeep' पीएम मोदी को तोहफे में देने के लिए ला रहे हैं. इस जीप की कीमत लगभग 390,000 शेकल्स यानी 71,55,638 रुपए है.


नेतन्याहू के इस चार दिवसीय दौरे के पहले ये खबर आई है. बताया जा रहा है कि ये जीप भारत के लिए खास रखी गई थी और नेतन्याहू के यहां पहुंचने से पहले ही भारत पहुंच जाएगी.

Gal-Mobile जीप एक वॉटर प्यूरिफिकेशन व्हीकल है. ये उच्च गुणवत्ता का पीने का पानी उपलब्ध कराता है. इसका इस्तेमाल प्राकृतिक आपदाओं जैसे- भूकंप, बाढ़ के दौरान हो सकता है. साथ ही ये पानी की कमी से जूझ रहे इलाकों के लिए भी वरदान साबित हो सकता है.

ये मशीन एक दिन में 20,000 लीटर समुद्र के पानी को साफ कर सकती है और एक दिन में 80,000 लीटर गंदे या प्रदूषित पानी को साफ कर सकती है.

मोदी और नेतन्याहू ने जुलाई में ओल्गा बीच पर समुद्री पानी को इस वॉटर प्यूरिफिकेशन तकनीक से पानी साफ होते हुए देखा था. पीएम मोदी ने कहा था कि 'मैं बीबी (नेतन्याहू) का शुक्रगुजार हूं, क्योंकि उन्होंने मुझे जो व्हीकल दिखाई,  वो प्राकृतिक आपदाओं बाढ़-सूखे से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी मदद साबित हो सकता है.'

इसके बाद दोनों नेता इस जीप से मोबाइल वॉटर शुद्धिकरण यूनिट भी गए, जहां उन लोगों ने वाइन के ग्लास में वही पानी भी पिया था.

पीएम मोदी की ये यात्रा कई मायनों में खास थी. कोई भारतीय प्रधानमंत्री 70 सालों में पहली बार इजरायल के यात्रा पर गया था. यहां भारत और इजरायल के संबंधों में नई गर्माहट आई थी. इस दौरान मोदी ने भी नेतन्याहू को केरल से गया हुआ एक बेहद खास तोहफा दिया था.

मोदी ने नेतन्याहू को केरल से दो अवशेषों की प्रतिकृतियां भेंट दीं थीं, जिन्हें भारत में यहूदियों के लंबे इतिहास की मुख्य कलाकृतियों के रूप में माना जाता है. पीएम मोदी ने बताया था कि इनमें दो अलग-अलग ताबें की प्लेट्स थीं जो माना जाता है कि 9-10वीं सदी में लिखी गई हैं.