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दिल्ली के अस्पताल ने नवजात को दी पेन किलर, एक घंटे में मौत

बच्चे के ऊपर का होंठ कट गया था जिसमें टांके लगाने के बाद लगातार दर्द बने रहने पर जयपुर गोल्डेन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे दर्द की दवा दी थी

FP Staff

डाक्टरों की लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना हरकत की वजह से दिल्ली के अस्पताल में 4 महीने के एक बच्चे की जान चली गई.

शुक्रवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में स्थित जयपुर गोल्डेन हॉस्पिटल में बच्चे को दर्द की दवा (पेन किलर) का इंजेक्शन दिया गया, जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई. बच्चे के ऊपर का होंठ कट गया था जिसमें टांके लगाने के बाद लगातार दर्द बने रहने पर डॉक्टरों ने उसे दर्द की दवा दी थी.


परिवार वालों ने बताया कि 17 जनवरी को बच्चे को दवा करवाने के लिए जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल ले जाया गया. जिसके बाद डॉक्टरों ने एक छोटी सी सर्जरी के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया. लेकिन जब बच्चा सर्जरी के बाद भी आधे-एक घंटे तक रोता-चिल्लाता रहा तो फिर से उन्होंने डॉक्टरों से इसकी शिकायत की.

मृत बच्चे के चाचा मनीष कुमार ने बताया कि डॉक्टरों ने बच्चे को वापस ले लिया और उसे पेन किलर दे दिया जिसके बाद बच्चा पूरी तरह से शांत हो गया और हिलना-डुलना भी बंद कर दिया.

जब डॉक्टरों को दोबारा इसकी सूचना दी गई तो वह आए और बच्चे का चेक-अप किया. चेक-अप के बाद उन्होंने आनन-फानन में उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया. करीब 1 घंटे तक आईसीयू में रखने के बाद उन्होंने बताया कि दवा के रिएक्शन के कारण बच्चे की मौत हो गई है.

जब परिवार ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि ये दवा के रिएक्शन का मामला है और इसमें कुछ नहीं किया जा सकता. इसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसी तरह से 2015 में इसी अस्पताल में 36 साल की एक महिला अनामिका राय की मौत हो गई थी. वह असम की रहने वाली थी और एक सर्जरी के दौरान खून में इंफेक्शन की वजह से उसकी मौत हो गई थी.