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इकोनॉमी ग्रोथ में भारत के आसपास भी नहीं है चीन

भारत की ग्रोथ 7.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि चीन की ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने की बात कही गई है

FP Staff

भारत, सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली प्रमुख ग्लोबल इकोनॉमी के रूप में अपनी पोजिशन इस साल फिर से हासिल कर लेगा. नए टैक्स सिस्टम और रिजर्व बैंक की तरफ से इंटरेस्ट रेट में कटौती की उम्मीद से इसे बढ़ावा मिला है. यह बात रॉयटर्स के एक पोल में कही गई है. चालू वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ 7.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि कैलेंडर ईयर 2017 में चीन की ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने की बात कही गई है.

'लॉन्ग टर्म में जीडीपी के लिए पॉजिटिव है GST'


सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को आजादी के बाद का सबसे बड़ा घरेलू टैक्स रिफॉर्म बताया है. जीएसटी से इकनॉमी के आउटलुक को मजबूती मिली है. पोल में शामिल इकनोमिस्ट्स का कहना है कि लॉन्ग टर्म जीडीपी ग्रोथ पर जीएसटी का या तो पॉजिटिव या बहुत पॉजिटिव असर पड़ेगा. 35 से ज्यादा इकनॉमिस्ट्स के पोल का फोरकास्ट दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मार्च 2018 में खत्म होने वाले फाइनेंशियल ईयर में 7.3 फीसदी के हिसाब से ग्रोथ करने की उम्मीद है.

6.6 फीसदी रह सकती है चीन की ग्रोथ

हालांकि, यह पहले के फोरकास्ट में लगाए गए 7.5 फीसदी के ग्रोथ अनुमान से कम है. लेकिन यह इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (आईएमएफ) के उस अनुमान से बेहतर है, जिसमें भारत की ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने की बात कही गई है. रॉयटर्स के एक पोल में कैलेंडर ईयर 2017 में चीन की ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने की बात कही गई है.

(साभार: न्यूज़18)