view all

अब ट्रेनों में भी होंगे हवाई जहाज जैसे वैक्यूम बायो टॉयलेट

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि विमानन कंपनियों के साथ बराबरी करने के लिए रेलवे अपनी सुविधाओं में सुधार कर रहा है

Bhasha

भारतीय रेल की लगभग सभी रेलगाड़ियों में बायो टॉयलेट लगाने के बाद अब उनकी जगह हवाई जहाज जैसे वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाने पर विचार किया जा रहा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि विमानन कंपनियों के साथ बराबरी करने के लिए रेलवे अपनी सुविधाओं में सुधार कर रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रेनों में बायो टॉयलेट की जगह आधुनिक टॉयलेट लगाना इसी योजना का हिस्सा है.

गोयल ने कहा, 'हम विमानों की तरह ट्रेनों में भी प्रायोगिक तौर पर वैक्यूम बायो टॉयलेट लगा रहे हैं. करीब 500 वैक्यूम बायो टॉयलेटों का आर्डर दिया गया है.'


मार्च 2019 तक हर ट्रेन में बायो टॉयलेट होंगे

रेल मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक 31 मई तक 37,411 डिब्बों में 1,36,965 बायो टॉयलेट लगाए गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक प्रत्येक टॉयलेट पर करीब एक लाख रुपए की लागत आई थी. मार्च 2019 तक करीब 18,750 और डिब्बों में बायो टॉयलेट लगाए जाने की योजना है. इसी के साथ भारतीय रेलवे के सभी डिब्बों में इस तरह के टॉयलेट लग जाएंगे. इसपर करीब 250 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.

बायो टॉयलेट लगने के बाद उन्हें वैक्यूम बायो टॉयलेट में बदला जाएगा

गोयल ने कहा, 'मार्च 2019 तक 100 प्रतिशत रेलगाड़ियों में बायो टॉयलेट लग चुके होंगे जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. रेल की पटरियां साफ होंगी, बदबू नहीं होगी और पटरियों के नवीकरण का भार भी कम होगा.'

उन्होंने बताया कि प्रति इकाई 2.5 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले वैक्यूम टॉयलेट बदबू रहित होंगे. इसमें मौजूदा टॉयलेट के मुकाबले पानी का इस्तेमान पांच प्रतिशत कम होगा और इसके ब्लॉक होने का अंदेशा भी बहुत कम होगा. उन्होंने कहा 'यह प्रयोग सफल होने पर मैं रेलगाड़ियों में लगे सभी 2.5 लाख बायो टॉयलेट को बदलकर वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाने के लिए पैसा खर्च करने को तैयार हूं.'