रेलवे के वीआईपी सलून को अब तक मंत्रियों और रेल अधिकारियों की शाही सवारी माना जाता था. लेकिन अब रेलवे ने इसे अपने आम मुसाफिरों के लिए भी खोल दिया है. शुक्रवार को ऐसा ही एक रेल सलून 6 मुसाफिरों को लेकर दिल्ली से कटरा के लिए रवाना हुआ.
अधिकारियों के इस्तेमाल में आने वाले सलून को बंद करने पर रेलवे में लंबे समय से बहस चल रही है. इसलिए आपातकालीन जरूरतों के लिहाज से कुछ सलून को छोड़कर रेलवे ने बाकी सलून को मुसाफिरों के इस्तेमाल लिए खोल दिया है. इसकी पहली बुकिंग शुक्रवार को दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने जम्मू के कटरा के लिए कराई.
AC1 से 18 गुना ज्यादा होगा किराया
एक सलून का किराया उस रूट पर AC1 के किराए से 18 गुना अधिक रखा गया है. एक बुकिंग में रेलवे के सलून में अधिकतम 18 लोग यात्रा कर सकते हैं.
कारोबारी ने की पहली बुकिंग
शुक्रवार को दिल्ली के एक परिवार के लिए 14033 जम्मू मेल में इस सलून को लगाया गया. यह परिवार वापस इसी ट्रेन से 1 अप्रैल यानी सोमवार को दिल्ली लौटेगा. इस पूरी यात्रा के लिए तकरीबन 2 लाख रुपए चुकाए गए हैं. यानी आम मुसाफिरों को शाही सवारी का मौका देकर रेलवे ने अपने लिए भी कमाई का एक जरिया तलाश लिया है.
तकरीबन 2 लाख रुपए है किराया
आईआरसीटीसी के मुताबिक, इस रेल सलून का किराया तकरीबन 2 लाख रुपए है. सलून में लिविंग रूम, दो एयर कंडीशन बेडरूम, एक टि्वन बेडरूम है. एसी फर्स्ट क्लास की तरह इसमें अटैच बाथरूम के साथ कूपे, डाइनिंग एरिया और सभी सुविधाओं से लैस किचन भी है.
आईआरसीटीसी ने बताया कि इसमें किसी लग्जरी होटल की तरह सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशिक्षित स्टाफ भी मौजूद होंगे. इसके अलावा हर कोच में एक एसी अटेंडेंट और हेल्पर भी होगा, ताकि यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो.
(न्यूज़ 18 के लिए चंदन कुमार की रिपोर्ट)