भारतीय सेना ने आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के आधुनिक संस्करण का दूसरे दिन भी सफल परीक्षण किया.
दक्षिण पश्चिमी कमान सट्राइक वन कोर ने भूमि पर प्रहार करने वाली क्रूज़ मिसाइल प्रणाली से युक्त अत्याधुनिक ब्रह्मोस का लगातार दूसरे दिन सफल परीक्षण किया. लगातार सफल परीक्षण ने दुर्जेय हथियारों से मार करने की क्षमता को और मज़बूत किया है. कल भी इसी स्थान से लंबी-दूरी तक मार करने वाले सामरिक हथियारों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था.
सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का ये सफलतापूर्वक परीक्षण, मोबाइल टोनॉमस लॉन्चर्स से पूर्ण परिचालन अवस्था में भूमि-से-भूमि पर मार करने वाली मिसाइल के रूप में अपनी पूर्ण क्षमता के साथ किया गया.
दोनों ही परीक्षणों के दौरान लक्ष्य पर हमले करने के मामले में मिसाइल की सटीकता एक मीटर से भी कम रही.
#WATCH: Army test fired Brahmos Block- III missile from Andaman & Nicobar Islands, yesterday. (Source: Indian Army) pic.twitter.com/kWAoVCIKq2
— ANI (@ANI_news) May 3, 2017
यह लगातार पांचवां मौका है, जब ब्रह्मोस के इस संस्करण का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया है और भूमि पर हमला करने के मामले में इसकी श्रेणी के किसी अन्य हथियार ने अभी तक ये अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल नहीं की है.
2007 में ब्रह्मोस को अपनाने वाली दुनिया की पहली थल सेना की उपलब्धि पाने वाली भारतीय सेना इस दुर्जेय हथियार की कई अन्य श्रेणियों को विकसित कर चुकी है. इस मिसाइल को संयुक्त रूप से भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओएम की ओर से विकसित किया गया है.