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नहीं रहे IAF के मार्शल अर्जन सिंह, 98 साल की उम्र में निधन

शनिवार सुबह अर्जन सिंह को दिल का दौरा आने पर आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था

FP Staff

भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह का शनिवार शाम को निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल में अंतिम सांस ली.

अर्जन सिंह को शनिवार सुबह दिल का दौरा आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई थी.


अर्जन सिंह लंबे वक्त से अस्वस्थ चल रहे थे. शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अस्पताल पहुंचकर अर्जन सिंह की तबीयत से जुड़ी जानकारी हासिल की थी.

अर्जन सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है.

केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ वी के सिंह ने अर्जन सिंह के निधन पर शोक जताया है.

अर्जन सिंह को केवल 44 साल की उम्र में ही वायुसेना प्रमुख नियुक्त किया गया था. उन्होंने 1 अगस्त, 1964 से 15 जुलाई, 1969 तक चीफ ऑफ एयर स्टाफ का पद संभाला था. उन्होंने चीन के साथ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी.

अर्जन सिंह भारतीय वायुसेना के ऐसे एकमात्र अफसर हैं, जिन्हें साल 2002 में फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक देकर प्रमोशन दिया गया था. अर्जन सिंह को उनकी सेवा और योगदान के लिए 1965 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

साल 2016 में अर्जन सिंह के 97वें जन्मदिन पर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ स्थित भारतीय वायुसेना के एयर बेस को उनका नाम दिया गया था. वह देश के इकलौते ऐसे अधिकारी थे जिनके जिंदा रहते ही किसी एयरफोर्स स्टेशन का नाम उनपर रखा गया था.