क्या भारत ने पाकिस्तानी चौकियों पर हमला कर हमारे जवानों के शव के साथ की गई बर्बरता का बदला ले लिया है? खबरों के अनुसार 6 मई को भारतीय सेना ने पीओके में मिसाइल के जरिए धमाके कर एक के बाद एक पाकिस्तान की कई चौकियों को तबाह कर दिया है.
इस घटना का वीडियो सामने आया है. हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस धमाके में कितने पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं.
खबरों के मुताबिक पाक सेना के ये बंकर शनिवार यानि 6 मई को ध्वस्त किए गए थे. नोशहरा सेक्टर के लाम इलाके मे ये बंकर थे. ये बंकर पीओके के भिंवर इलाके के समानी गांव के पास थे. पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रहे सीजफायर के उल्लंघन के जबाव में भारतीय सेना ने भी कड़ा रुख अपनाया है.
इससे पहले, एक मई को पाकिस्तान के ‘बार्डर एक्शन टीम’ (BAT) ने जम्मू कश्मीर के पुंछ क्षेत्र में 250 मीटर अंदर घुस कर नायब सुबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर की हत्या कर दी थी. इतना ही उसके बाद हमारे शहीद जवानों के शवों के साथ बर्बरता की थी. हालांकि इस घटना पर पाकिस्तान ने साफ इनकार किया है. पाकिस्तान का कहना थ्ाा कि उन्होंने शहीदों के शव को क्षत-विक्षत नहीं किया है.
यह पहली बार नहीं है कि भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर पाकिस्तान को जवाब दिया है. न्यूज 18 हिंदी के मुताबिक पहले भी ऐसे कई ऑपरेशन किए गए हैं-
9 सितंबर 2016
इससे पहले 29 सितंबर 2016 को सेना के जवानों पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पास पीओके में आतंकियों के सात ठिकानों को निशाना बनाया था. इसमें 30-35 आतंकियों की मौत हुई थी. इस ऑपरेशन में कुल 150 जवान शामिल थे.
मनमोहन सिंह सरकार में भी सेना ऐसा करती रही है. इसके लिए कांग्रेस की ओर से कुछ तारीखें भी बताई गुई हैं जो इस तरह है:-
1 सितंबर 2011
एक अगस्त 2011 को पाकिस्तान की तरफ से आए आतंकवादियों ने भारतीय सेना के जवान हवलदार जयपाल सिंह और लांस नायक देवेंद्र सिंह का सिर कलम कर दिया था. इसके जवाब में भारतीय सेना ने 1 सितंबर 2011 को सर्जिकल स्ट्राइक किया था.
28 जुलाई 2013
इस बार फिर पाकिस्तान की तरफ से आए आतंकियों ने लांस नायक हेमराज सिंह का सिर कलम कर दिया था. इसके जवाब में भारतीय सैनिकों ने 28 जुलाई 2013 को सर्जिकल स्ट्राइक किया था.
14 जनवरी 2014
6 अगस्त 2013 को एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से आए आतंकवादियों ने पांच भारतीय जवानों की हत्या कर दी. यही नहीं, इसके बाद सीमा पार से लगातार आतंकी वारदातें होती रही. इसके जवाब में भारतीय सैनिकों ने 14 जनवरी 2014 को सर्जिकल स्ट्राइक किया था.