भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा 'हमें लोगों के प्रतिनिधियों के द्वारा नहीं चलाया जाता, लेकिन उनके कानून के द्वारा हमें चलाया जाता है, इसलिए कानून का सिद्धांत बहुत जरूरी होता है.'
उन्होंने कहा 'देखिए चीन का अलीबाबा और अन्य कंपनियां कैसे बड़ी बन गई हैं, कितना चीनी सरकार ने उन्हें समर्थन किया है. हम चाहते हैं कि प्राइवेट सेक्टर कंपनियों को ऐसे करना चाहिए और इंडियन स्ट्रैटेजिक इंटरेस्ट को प्रमोट करना चाहिए.'
अजीत डोवाल ने कहा 'लोकप्रिय आवश्यकताओं को राष्ट्रीय आवश्यकताओं पर प्राथमिकता से नहीं लेना चाहिए. यह एक प्रलोभन है कि आप चीज लेते हैं या आप राष्ट्रीय हित में ऐसी चीज करने से बचना चाहते हैं. लेकिन शायद थोड़े समय के लिए वे लोगों को कुछ दर्द का कारण बन सकते हैं.'
आगे बोलते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा 'अगर हमें एक बड़ी शक्ति बननी है तो हमारी अर्थव्यवस्था बड़ी होनी चाहिए. इसे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी होना चाहिए और यह तभी हो सकता है जब यह तकनीकी रूप से आगे हो.'
उन्होंने कहा 'अगले 10 वर्षों के लिए भारत को मजबूत, स्थिर और निर्णायक सरकार की जरूरत है. कमजोर गठबंधन भारत के लिए बुरा साबित होगा.'
डोवाल ने कहा 'सभी रक्षा हार्डवेयर टेक्नोलॉजी का 100% हस्तांतरण होना चाहिए. यह नई सरकार की पॉलिसी है.'