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भारत को जाधव तक राजनयिक पहुंच का इंतजार: विदेश मंत्रालय

भारत ने इस्लामाबाद के साथ एक दूसरे की जेलों में बंद आम कैदियों और मछुआरों की सूची की अदला-बदली की है

Bhasha

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत को पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद कुलभूषण जाधव और अन्य भारतीय नागरिकों तक राजनयिक पहुंच का इंतजार है. भारत ने इस्लामाबाद के साथ एक दूसरे की जेलों में बंद आम कैदियों और मछुआरों की सूची की अदला-बदली की है.

मंत्रालय ने कहा, ‘250 आम कैदियों और 94 मछुआरों की सूची पाकिस्तान को सौंपी गई.’ मंत्रालय ने कहा कि 54 पाकिस्तानी आम कैदियों और चार मछुआरों की सूची भी सौंपी गई है जो अपनी सजा पूरी कर चुके हैं और जिनकी नागरिकता को लेकर पाकिस्तान से पुष्टि का इंतजार है. पाकिस्तान से पुष्टि में शीघ्रता करने को कहा गया है.


मंत्रालय ने कहा कि वह दोनों देशों के कैदियों और मछुआरों से जुड़े मुद्दों सहित मानवीय मसलों पर गौर करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार ने बार-बार आम कैदियों, लापता भारतीय रक्षाकर्मियों और नौकाओं के साथ मछुआरों की जल्द रिहाई की जरूरत पर जोर दिया है.

मंत्रालय ने कहा, ‘हमें पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद कुलभूषण जाधव और हामिद नेहाल अंसारी सहित उन भारतीय नागरिकों तक राजनयिक पहुंच का भी इंतजार है जिनके लिए अब तक यह नहीं दी गई है.’ इसमें कहा गया कि पाकिस्तान ने उसकी हिरासत में मौजूद उन 399 मछुआरों और 58 आम कैदियों की सूची साझा की जो या तो भारतीय हैं या उनके भारतीय होने की संभावना है.

मंत्रालय का कहना है कि 2008 को पाकिस्तान और भारत के बीच राजनयिक पहुंच पर हुए समझौते के प्रावधानों के तहत कैदियों की सूची साझा की गई है.

मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि हसनैन नाम का नाबालिग जिसकी नागरिकता का पाकिस्तान ने सत्यापन किया है, उसे सोमवार को अटारी, बाघा सीमा होते हुए स्वदेश भेज दिया गया. उसने पिछले साल मई में गलती से सीमा पार कर ली थी. पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों की मौजूदगी में उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपा गया.

पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह आठ जनवरी को 146 मछुआरों को रिहा करेगा.

कैदियों की सूचियों की अदला बदली ऐसे समय की गई है जब मौत की सजा पाए भारतीय कैदी जाधव ने इस्लामाबाद में 25 दिसंबर को अपने परिवार से मुलाकात की थी.