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पाकिस्तान हुए बिना ही अफगानिस्तान से आवाजाही करेगा भारत

ईरान होकर जाने वाले इस समुद्री रास्ते पर दुनिया भर की नजर है

FP Staff

भारत ईरान के साथ उसके दक्षिणी पूर्वी चाबहार बंदरगाह से व्यापार शुरू करने के लिए बातचीत कर रहा है. इस बंदरगाह के जरिए बिना पाकिस्तान जाए भी अफगानिस्तान से व्यापार करना संभव हो जाएगा.

भारत ने चाबहार बंदरगाह के लिए 50 करोड़ देने की बात भी की है. अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों का कहना है कि भारत खुद को क्षेत्रीय ताकत मानता है और इसके जरिए अपनी आर्थिक क्षमताओं का विस्तार कर रहा है. वहीं पाकिस्तान का कहना है कि भारत अफगानिस्तान के जरिए पाकिस्तान में अशांति बढ़ा रहा है. पाकिस्तान पहले ही अपने यहां से भारत-अफगानिस्तान का व्यापार बंद कर चुका है.


ईरान में भारत के राजदूत सौरभ कुमार का कहना है कि योजना के अनुसार ही सारी चीज़ें आगे बढ़ रही हैं. अगले साल के अंत तक ये रास्ता पूरी तरह से काम करने लगेगा.

भारत के ईरान के साथ इस विस्तार को अमेरिका का भी समर्थन मिल रहा है. अमेरिका के सेक्रेट्री ऑफ द स्टेट रेक्स टिलेरसन ने पिछले महीने दिल्ली में कहा था कि अमेरिका इस डील के रास्ते में नहीं आएगा. लेकिन इसके आर्थिक फायदे ईरान के विद्रोही रेवोल्यूशनरी गार्ड्स तक नहीं पहुंचने चाहिए.

वैसे इस योजना का एक पहलू यह भी है कि भारत के लिए इसमें ईरान अफगानिस्तान तक जाने का एक जरिया है. जिसके चलते अमेरिका इस योजना पर कोई खास आपत्ति नहीं कर रहा है. ईरान के परमाणु कार्यक्रम के चलते भारत ने ईरान से तेल आयात कम कर दिया था. मगर ये बात अमेरिका को भी स्पष्ट है कि भारत ईरान से अपने संबंध पूरी तरह खत्म नहीं करेगा.