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युवाओं में बढ़ती कट्टरता दुनिया के सामने सबसे चुनौतीपूर्ण समस्या: राजनाथ

उन्होंने कहा कि लोगों में और विशेषकर युवाओं में कट्टरता का बढ़ना नया चलन और मौजूदा स्थिति में दुनिया के समक्ष सबसे चुनौतीपूर्ण समस्याओं में से एक है

Bhasha

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लोगों और विशेषकर युवाओं में बढ़ती कट्टरता इस वक्त दुनिया के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है.

गुरुग्राम में आयोजित चौथे आतंकवाद विरोधी सम्मेलन ‘वैश्विक आतंकवाद के बदलते आयाम’ को संबोधित करते हुए राजनाथ ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ देश आतंकवादियों को प्रायोजित करते हैं और सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराते हैं जिसने दुनिया भर में आतंकवाद की वृद्धि में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है.


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों में और विशेषकर युवाओं में कट्टरता का बढ़ना नया चलन और मौजूदा स्थिति में दुनिया के समक्ष मौजूद सबसे चुनौतीपूर्ण समस्याओं में से एक है.

उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न देशों ने इस समस्या को चिह्नित कर बढ़ती कट्टरता पर रोक लगाने और उसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं. मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत ने समय रहते कुछ मॉड्यूलों का पर्दाफाश किया है जो उसकी धरती पर आतंकवाद को पनपाने का प्रयास कर रहे थे.

राजनाथ ने कहा कि आतंकवादी संगठन आईएसआई के प्रोपागैंडा ने भारत में जिहादी विमर्श को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है, जो कि अभी तक भारत देश और समाज के प्रति शिकायतों में छिपा हुआ था.

उन्होंने कहा कि हालांकि, मैं खुश हूं कि भारतीय समाज के तानेबाने को इस्लामिक स्टेट की उत्पत्ति से कोई फर्क नहीं पड़ा है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह आगे भी हमारे देश पर कोई प्रभाव नहीं डाल सकेगा.