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पनामा पेपर्स: आयकर विभाग ने तेज की जांच, बिग बी पर भी नजर

पनामा पेपर्स में 50 देशों के राजनेताओं, फिल्म स्टार, खिलाड़ियों और ब्यूरोक्रेट्स के नाम का जिक्र है जिनके कथित तौर पर विदेशी अकाउंट हैं

FP Staff

पनामा पेपर्स मामले में आयकर विभाग ने अपनी जांच तेज कर दी है. इस मामले में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का नाम भी सामने आया है. आयकर विभाग उनके इस मामले में शामिल होने की जानकारी जुटा रहा है.

इस मामले को लेकर आयकर विभाग काफी तेजी दिखा रहा है. विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इससे जुड़ी और जानकारी हासिल करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड भेजा गया है.


कैरेबियाई द्वीप समूह में स्थित ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स को टैक्स हैवन देशों में से एक माना जाता है. आयकर विभाग ने पनामा पेपर्स में सामने आए 33 नामों के लिए मुकदमा दायर कर दिया है. साथ ही बाकियों के खिलाफ जांच चल रही है.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक आयकर विभाग के एक अधिकारी ने अपनी पहचान नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि, 'जांच को लेकर किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जा रही है. इस मामले में हम दूसरे देशों से तेजी से जानकारी जुटा रहे हैं. पनामा पेपर मामले में पिछले दिनों नवाज शरीफ को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से भारत में टैक्स एजेंसियां को इस मामले में ढिलाई बरतने के लिए आलोचना की जा रही है.

जब यह पूछा गया कि- क्या अमिताभ बच्चन के खिलाफ आरोपों की भी जांच की जा रही है. इस पर अधिकारी ने कहा, 'अमिताभ बच्चन का कहना है कि दस्तावेजों में नाम सामने आए किसी भी फर्म से उनका लेनादेना नहीं है. इसलिए हम इसकी सीधी जांच नहीं शुरू कर सकते. हमें इस बारे में और जानकारी जुटानी होगी.'

जानकारी जुटाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी ब्रिटिश वर्जिन आयलैंड भेजे गए

अधिकारी ने कहा, 'हमने और जानकारी इक्टठा करने के लिए सीबीडीटी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स) के अधिकारी को ब्रिटिश वर्जिन आयलैंड भेजा है. हम कई और देशों से भी जानकारी जुटा रहे हैं. इसके बाद हम हासिल की गई जानकारी का आकलन कर के यह पता लगाएंगे कि क्या वाकई किसी कानून का उल्लंघन हुआ है.'

कथित तौर पर पनामा पेपर्स में कई बड़े फिल्मी सितारों, राजनेताओं और कारोबारियों के नाम सामने आए हैं. अमिताभ बच्चन ने ये कहते हुए कुछ भी गलत काम करने से इनकार किया था कि 'उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेशों में धन भेजा है.' उन्होंने पनामा पेपर्स में सामने आई कंपनियों से भी खुद के किसी तरह के संबंध होने से इनकार किया था.

अधिकारी ने कहा, 'सामने आए कुछ अकाउंट असली हैं और जिनका उसमें नाम आया है वो उसके बारे में जानकारी देने के लिए सामने भी आए हैं. जानकारी जमा करने की यह प्रक्रिया काफी लंबी है.'

पनामा पेपर्स के दस्तावेज पनामा स्थित एक लॉ फर्म- मोसेक फॉन्सेका ने ही लीक किए थे. दुनिया के 35 देशों में इस फर्म के दफ्तर हैं. पनामा पेपर्स में 50 देशों के 140 राजनेताओं के नाम का जिक्र है जिनके कथित तौर पर विदशी अकाउंट हैं. इसमें 12 मौजूदा और पूर्व राष्ट्राध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं. साथ ही खिलाड़ी, प्रशासक और फोर्ब्स की सूची में शामिल 29 अरबपतियों के नाम भी इन पेपर्स में हैं.

पनामा पेपर्स की जांच के लिए भारत वैश्विक टास्क फोर्स का हिस्सा है. यह फोर्स मामले की जांच के लिए जानकारियां साझा करने के अलावा एक-दूसरे का सहयोग भी करेगी.