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आयकर विभाग की मीसा भारती के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी

आयकर विभाग के तीसरे नोटिस पर भी मीसा भारती पेश नहीं हुईं तो उनके लिए एक और आफत आ जाएगी

Ravishankar Singh

बिहार पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सांसद बेटी मीसा भारती के खिलाफ आयकर विभाग अब कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1 हजार करोड़ रुपए के कथित बेनामी संपत्ति सौदे के एक मामले में एफआईआर दर्ज की है.

आयकर विभाग इसी सौदे के बारे में मीसा भारती से पूछताछ करना चाह रही है. लेकिन, आयकर विभाग के दो समन के बावजूद भी मीसा भारती अभी तक पेश नहीं हुई हैं.


एक हजार करोड़ रुपए के कथित बेनामी संपत्ति डील को लेकर मीसा भारती की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. मीसा भारती के चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल की गिरफ्तारी ने मीसा भारती के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

पेश होने की जानकारी किसी को न दी जाए  

आयकर विभाग के पिछले दो समन के बाद भी मीसा पेश नहीं हुई थी. मीसा भारती ने पेश नहीं होने की वजह सुरक्षा का मामला बताया था. मीसा भारती के वकीलों ने आयकर विभाग को बताया था कि विभाग जान-बूझ कर उनके मुवक्किल के पेश होने की बात मीडिया में लीक कर देता है. ऐसी स्थिति में उनकी सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है.

आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि मीसा भारती के वकील ने विभाग को सूचित किया है कि तीसरी तारीख पर मीडिया को न बता कर सिर्फ उनके मुवक्किल को ही बताया जाए. साथ ही किसी अन्य लोगों को भी मीसा भारती के पेश होने की जानकारी नहीं दी जाए.

मुमकिन है मीसा भारती का यह बहाना उनको कुछ दिनों के लिए राहत दे दे, पर जिस तरह के आरोप मीसा भारती और उनके पति शैलेश पर लगे हैं. इससे वह ज्यादा दिनों तक आयकर विभाग के नोटिस को नजरअंदाज नहीं कर सकते.

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अगली नोटिस पर नहीं पहुंचने पर होगी मुसीबत

मीसा भारती के वकील भी इस बात को अच्छी तरह से समझ रह रहे हैं. इस तरह के बहानेबाजी बता कर आयकर विभाग को गुमराह नहीं कर सकते हैं. आयकर विभाग के तीसरे नोटिस के बाद भी अगर मीसा भारती पेश नहीं हुईं तो उनके लिए एक और आफत आ जाएगी.

आयकर विभाग ने मीसा भारती को पहली नोटिस में 6 जून को पेश होने को कहा था. जिसमें वह पेश नहीं हुई. पेश नहीं होने पर विभाग ने उनपर 10 हजार का जुर्माना लगा दिया. पेश होने की दूसरी तारीख 12 जून को मुकर्रर की. 12 जून को मीसा आयकर विभाग को सुरक्षा का हवाला दे कर पेश नहीं हुई.

हम आपको बता दें कि पिछले महीने आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के कई सदस्यों के साथ हवाला कारोबारी, चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य कई लोगों के ठिकानों पर रेड की थी.

मीसा की शेल कंपनियां आयकर विभाग के निशाने पर

आयकर विभाग के छापे के दौरान मीसा भारती की वो शेल कपंनियां निशाने पर रहीं, जिन कंपनियों ने मीसा भारती को करोड़ों रुपए का लोन दे कर दिल्ली की महंगी जमीन सस्ते दाम में बेची थी.

इसी छापे के बाद 24 मई को आयकर विभाग ने बेनामी जमीन एक्ट और आय से अधिक संपत्ति के मामले में समन जारी किया था और 6 जून को पूछताछ के लिए मीसा भारती को बुलाया था.

इससे पहले 20 मई को मीसा भारती के चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था. राजेश के ऊपर आरोप है कि उसने दिल्ली के कुछ बिजनेसमैन और नेताओं के लिए शेल कपंनी बनाई और उन बिजनेसमैन और नेताओं की ब्लैक मनी को सफेद किया.

राजेश अग्रवाल के ऊपर ये भी आरोप है कि मीसा भारती की एक शेल कंपनी को कर चोरी कराने में भी उनकी मदद की थी. आयकर विभाग की शुरुआती जांच में पता चला है कि दिल्ली के सैनिक फॉर्म और बिजवासन में दो जमीन की खरीद फरोख्त की गई जिसमें काला धन और शेल कपंनी का इस्तेमाल किया गया था.

ईडी ने जांच में पाया कि राजेश अग्रवाल ने दिल्ली के दो जैन भाइयों के काले धन की मनी लांड्रिंग की थी. राजेश अग्रवाल वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन को ईडी फेमा केस में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

मीसा मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर कंपनी की निदेशक रहीं हैं

मीसा भारती के लिए चौंकाने वाली बात यह थी कि ईडी ने अपने बयान में कहा था कि राजेश अग्रवाल ने मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर कंपनी के लिए भी काम किया है. आयकर विभाग ने अपने जांच में पाया कि मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर कंपनी में मीसा भारती निदेशक रह चुकी हैं.

आयकर विभाग इस मिशेल कपंनी के साथ करीब दो दर्जन कंपनियों की भी जांच कर रही है. इन कंपनियों पर आरोप है कि लगभग 1000 करोड़ रुपए की जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए गैरकानूनी तरीके का इस्तेमाल किया गया.

मीसा भारती नोटबंदी के दौरान सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रही थी. नोटबंदी के बाद देश में हुईं मौतों को लेकर मीसा भारती ने पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया था.

नोटबंदी के कारण जनता को हुई परेशानियों से लेकर करोड़ों नौकरियों के जुमलों और झूठे वादों पर भी मोदी सरकार की कड़ी निंदा की थी. साथ ही सोशल साइट के जरिए मीसा भारती पीएम मोदी की योजनाओं पर समय-समय पर सवाल उठाती रहती हैं.