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वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाइओवर का एक हिस्सा गिरा, मलबे में 50 से ज्यादा लोग दबे

हादसे में 16 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 10 से 15 गाड़ियां मलबे में दबी हुई हैं

FP Staff

वाराणसी कैंट स्टेशन के नजदीक निर्माणाधीन फ्लाइओवर का एक हिस्सा गिर गया. इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है. यह फ्लाइओवर कैंट स्टेशन से लहरतारा तक बन रहा था. यह फ्लाइओवर पिछले 5 साल से बन रहा था. मलबे में अभी भी 50 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है. माना जा रहा है कि मलबे में ज्यादातर मजदूर फंसे हुए हैं.

अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, फ्लाइओवर के मलबे में 10 से 15 गाड़ियां दबी हुई हैं. इनमें एक सिटी बस भी है. यह हादसा मंगलवार शाम 5.45 पर हुआ. फ्लाइओवर का मलबा उठाने में दिक्कत हो रही है. लिहाजा सड़क के किनारे की बाउंड्री तोड़ दी गई है ताकि बड़ी गाड़ियां आसानी से मलबा उठा सकें. यह खबर मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए और वे हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. राहत और बचाव के लिए मौके पर NDRF की टीम पहुंच चुकी है. सीएम योगी ने इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि 48 घंटे में जांचकर दोषियों को सजा दी जाएगी. उन्होंने मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है. मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख और घायलों को 2 लाख रुपए देने का ऐलान किया गया है. यूपी राज्य सेतु निगम इस पुल का निर्माण करा रही थी.


यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य वाराणसी पहुंचे. उन्होने कहा, 'यह बेहद दुखद घटना है. मैं घायलों से मिलने अस्पताल जा रहा हूं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले की जांच की जाएगी.'

डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि मौके पर पुलिस की टीमें भेजी गई है. मौके पर राहत बचाव कार्य के साथ ही ट्रैफिक नियंत्रण पर भी खास ध्यान रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी कुछ लोगों के दबने की बात सामने आई है लेकिन अभी हम संख्या नहीं बता सकते हैं. हमारी कोशिश है कि सभी घायलों को वहां से जल्द से जल्द निकाला जाए. उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस मौके पर तत्काल पहुंच गई थी. ये बात जरूर है कि राहत बचाव कार्य के लिए पुलिस के पास चूंकि कोई साधन नहीं था, लिहाजा कार्य थोड़ी देर में शुरू हुआ. डीजीपी ने कहा कि एनडीआरएफ एक प्रोफेशनल टीम है, वह अपना काम कर रही है.

डीएम रामेश्वर मिश्रा ने कहा रेस्क्यू वर्क चल रहा है. एनडीआरएफ के साथ ही जिला प्रशासन व पूरा अहम इसमें लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि मेडिकल टीमें मौके पर लगी हुई है. उन्होंने कहा कि अभी राहत बचाव कार्य चल रहा है. कार्य पूरा होने के बाद जांच की जाएगी कि ये हादसा कैसे हुआ?

नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

क्या है प्रत्यक्षदर्शियों का कहना?

प्रत्यक्षदर्शियों में से एक का कहना है कि वह पुल से करीब 50 मीटर दूर खड़े थे. तभी अचानक पुल गिर पड़ा. उन्होंने कहा कि पुल के नीचे कई चारपहिया गाड़ियां, ऑटो रिक्शा और मिनी बस दब गए हैं.

यूपी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अरविंद कुमार ने कहा, 'घटनास्थल पर NDRF की 7 टीमें फिलहाल राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. अभी तक 16 लाशों को मलबे से निकाला गया है जबकि 6 का इलाज चल रहा है.'

वाराणसी के निर्माणाधीन पुल के प्रोजेक्ट मैनेजर के आर सुदान ने कहा, 'अभी मैं हादसे की कोई वजह नहीं बता सकता. जांच चल रही हैं. क्रेन अभी भी आ रही हैं और बचाव कार्य चल रहा है.'