भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में लड़कियों की कम संख्या को देखते हुए एक समिति ने सिफारिश की है कि उनके लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित की जाएं. हालांकि इसके लिए लड़कों की सीट कम करने के बजाय नई सीटें जोड़ने की सिफारिश की गई है.
पीटीआई की खबर के मुताबिक, समिति ने कहा है कि आईआईटी में 20 फीसदी सीटें बढ़ाई जाए. इससे आईआईटी संस्थानों का 2020 तक एक लाख सीटों का लक्ष्य हासिल करने में भी मदद मिलेगी. दाखिले के लिए आरक्षण का लाभ उन्हीं को मिलेगा जिन्होंने जी-अडवांस्ड परीक्षा में क्वालिफाई किया हो.
इस सिफारिश पर संयुक्त दाखिला बोर्ड (जेएबी) की बैठक में फैसला होगा. बोर्ड यह भी फैसला करेगा कि आरक्षण इस साल से ही हो या 2018 से. जेएबी ने लड़कियों की संख्या में कमी को देखते हुए स्थिति को सुधारने को प्रोफेसर टिमोथी गोंसोल्वेज की अध्यक्षता में एक उप-समिति बनाई थी.