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पटेल नहीं होते तो शिव भक्तों को सोमनाथ मंदिर जाने के लिए वीजा चाहिए होता: पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग भारत के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उन्हें यह प्रतिमा सदा याद दिलाती रहेगी कि यह देश एक था, है और हमेशा रहेगा.

FP Staff

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा देश को समर्पित करने के बाद अपने विरोधियों पर भी निशाना साधा. गुजरात के केवड़िया में प्रधानमंत्री ने कहा 'क्या सरदार पटेल ने यूनिटी के लिए कुछ नहीं किया', 'शिव भक्त सोमनाथ मंदिर में प्रार्थना करने में सक्षम नहीं होते'

प्रधानमंत्री ने कहा 'एक पल के लिए कल्पना करो कि अगर सरदार पटेल ने राष्ट्र को एकजुट करने की दिशा में काम नहीं किया होता तो भारतीयों को गिर के शेर और टाइगर देखने के लिए वीजा की जरूरत होती.. और शिव भक्तों को सोमनाथ मंदिर में पूजा के लिए वीजा चाहिए होता. लोगों को हैदराबाद का चारमीनार देखने के लिए भी वीजा की जरूरत होती.'


विरोधियों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग भारत के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उन्हें यह प्रतिमा सदा याद दिलाती रहेगी कि यह देश एक था, है और हमेशा रहेगा.

वहीं राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने कहा 'सरदार पटेल के स्टैच्यू पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, जिन्होंने हमारे देश की यूनिटी में अहम रोल निभाया. स्टैच्यू का अनावरण पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.'

यह प्रतिमा अमेरिका में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से करीब दो गुनी ऊंची है और गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट नामक छोटे द्वीप पर स्थापित की गई है.

इस प्रतिमा के निर्माण में 70,000 टन से ज्यादा सीमेंट, 18,500 टन री-एंफोंर्समेंट स्टील, 6,000 टन स्टील और 1,700 मीट्रिक टन कांसा का इस्तेमाल हुआ है.