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बिहार: नवादा में सांप्रदायिक हिंसा, तेजस्वी ने भागवत पर मढ़ा आरोप

राज्य के 38 जिलों में से 7 जिले फिलहाल ऐसी हिंसा की चपेट में हैं जिससे नीतीश कुमार भी चिंता में हैं

FP Staff

बिहार के नवादा से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें हैं. शुक्रवार को एक मूर्ति तोड़े जाने के बाद दो संप्रदायों में झड़प हो गई. इसके बाद इलाके में तनाव का माहौल है.

नवादा के जिला मजिस्ट्रेट कौशल कुमार ने कहा, कुछ असामाजिक तत्वों ने एक मूर्ति तोड़ दी. इस घटना के बाद दो अलग-अलग संप्रदायों के लोग आमने-सामने आ गए. हालांकि मामला अब शांत है.


रिपोर्टों के मुताबिक, मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद लोग बेकाबू हो गए. दुकानों में आग लगा दी गई और गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. बवाल को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं और इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है.

हाल की सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए चिंता का सबब बन गई हैं. राज्य के 38 जिलों में से 7 जिले फिलहाल हिंसा की चपेट में हैं. हाल में संपन्न उपचुनाव की घोषणाओं के बाद से ही ऐसी घटनाएं देखने में आ रही हैं. अररिया का एक वीडियो सामने आया था जिसमें कुछ लोग 'राष्ट्रविरोधी' नारे लगाते दिखे तो दरभंगा में एक चाय बेचने वाले बुजुर्ग की गला काटकर हत्या कर दी गई. इसके बाद रामनवमी से ठीक एक दिन पहले भागलपुर में सांप्रदायिक झड़प की घटना सामने आ गई.

यहां मामला पूरी तरह शांत होता उससे पहले ही औरंगाबाद, नालंदा, मुंगेर, आरा और समस्तीपुर से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें आने लगीं. हालांकि सीएम नीतीश कुमार खुद इन घटनाओं पर नजर रख रहे हैं और अशांत इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कराई है.

तेजस्वी ने मोहन भागवत पर लगाया हिंसा की साजिश रचने का आरोप

दूसरी ओर, हिंसा की इन घटनाओं पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन ने इसका ठीकरा बिहार की एनडीए सरकार पर फोड़ा है. दोनों पार्टियों ने बीजेपी, नीतीश सरकार और राज्य की अफसरशाही को कठघरे में खड़ा कर दिया है. हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि दोषियों के खिलाफ कानून अपना काम करेगा.

दूसरी ओर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि वे (भागवत) हाल में 14 दिनों के लिए बिहार आए थे. अपने प्रवास के दौरान उन्होंने यह बताया कि रामनवमी पर कैसे हिंसा भड़कानी है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार के लोगों को अब समझ में आया कि भागवत का बिहार दौरे का एजेंडा क्या था.