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'हुनर हाट' लगाकर अल्पसंख्यकों को लुभाएगी मोदी सरकार

अल्पसंख्यक समुदाय के हुनर के उस्तादों को मौका और मार्केट मुहैया कराने के लिए मंत्रालय हुनर हाट का आयोजन कर रहा है

Amitesh

केंद्र की मोदी सरकार स्किल डेवेलपमेंट यानी कौशल विकास को लेकर बेहद फिक्रमंद है. कारीगरों को बेहतर ट्रेनिंग देकर उनके काम में निखार लाने की कोशिश भी हो रही है जबकि कारीगरों की तरफ से बनाए गए प्रोडक्ट्स को सही दाम दिलाने के लिए भी प्रयास कर रही है.

लेकिन, अल्पसंख्यक समुदाय के कारीगरों को इस कवायद से जोड़ने के लिए सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है. सरकार की तरफ से इसके लिए देश के अलग-अलग राज्यों में ‘हुनर हाट’ लगाया जा रहा है.


‘हुनर हाट’ में कारीगरों की तरफ से बनाए गए अलग-अलग प्रोडक्ट्स को रखा जाएगा. जिससे ना केवल देश-विदेश में उनके काम का प्रचार भी होगा, बल्कि उनके लिए अपने आर्थिक विकास का सुनहरा मौका भी मिलेगा.

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय कर रहा हुनर हाट का आयोजन 

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने फर्स्टपोस्ट से बातचीत में कहा कि ‘अल्पसंख्यक समुदाय के हुनर के उस्तादों को मौका और मार्केट मुहैय्या कराने के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय हुनर हाट का आयोजन कर रहा है.’

दरअसल सरकार की कोशिश है कि अल्पसंख्यक समुदाय के उन कारीगरों के लिए मार्केट उपलब्ध कराया जाए जो अब तक मौके के इंतजार में भटक रहे हैं और उन्हें अपने बेहतरीन काम के बदले भी ना ही नाम हो रहा है और ना ही पैसा मिल रहा है. इनमें दस्तकार से लेकर अलग-अलग सामनों को बनाने वाले शिल्पकार शामिल हैं.

पुडुचेरी में 24 से 30 सितम्बर तक हुनर हाट लगाया जा रहा है 

इस बार सरकार की तरफ से पुडुचेरी में 24 से 30 सितम्बर तक हुनर हाट लगाया जा रहा है. अल्पसंख्यक मंत्रालय की तरफ से आयोजित होने वाले हुनर हाट का आयोजन पुडुचेरी के क्राफ्ट बाजार में किया जा रहा है. इस हुनर हाट में 16 राज्यों से दस्तकार, शिल्पकार और कारीगर भाग लेंगे. इन दस्तकारों और शिल्पकारों की तरफ से भांति-भांति के पारंपरिक हैंडी क्राफ्टस, हैंडलूम और हाथ से बनी हुई कई वस्तुओं का प्रदर्शन किया जाएगा. इस हुनर हाट में सामानों की बिक्री की उम्मीद में कई शिल्पकार मौजूद रहेंगे.

पुडुचेरी के हुनर हाट में विशेष तौर से  हैदराबादी मोती, रोट आयरन, लकड़ी पर की गई नक्काशी, हस्तनिर्मित गहने,  हैंडलूम चादर और कालेपत्थर के बर्तन को बिक्री के लिए रखा जाएगा. जबकि, हाथ की कशीदाकारी, चिकन वर्कस, चमड़े के सामान और हस्तनिर्मित पेंटिंगस की भी प्रदर्शनी होगी और बिक्री के लिए रखा जाएगा.

पुडुचेरी में आयोजित किए जा रहे हुनर हाट में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, बंगाल, आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और पुड्डुचेरी जैसे राज्यों से कारीगर भाग ले रहे हैं.

देश के अन्य राज्यों में भी लगाए जाएंगे हाट 

आने वाले दिनों में हुनर हाट का आयोजन मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ औ रांची समेत देश भर में कई स्थानों पर किया जाएगा. जिससे कि देश के हर कोने के दस्तकारों, शिल्पकारों को प्रोत्साहित किया जा सके.

देश में बेरोजगारी और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर जब विपक्ष सरकार पर हमलावर हो रहा है तो मोदी सरकार की तरफ से एक ही झटके में दोनों बातों का जवाब देने की कोशिश की जा रही है. सरकार को लगता है कि इससे ना सिर्फ रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि, अल्पसंख्यकों के भीतर अपने विकास का भरोसा भी बढ़ेगा.