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मानव तस्करी सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी : CJI दीपक मिश्रा

उन्होंने कहा मानव तस्करी वर्तमान और भावी पीढ़ी के लिए सबसे बड़ा खतरा है

Bhasha

मानव तस्करी को ‘सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी’ बताते हुए भारत के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि यह खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके शिकार लोगों को उपभोग की वस्तु की तरह समझा जाता है.

न्यायाधीश मिश्रा यहां मानव तस्करी पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मानव तस्करी के खिलाफ युवा पीढ़ी को ध्वजवाहक बनना होगा.


उन्होंने कहा, ‘मानव तस्करी सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी है जिसे हम सब झेल रहे हैं. इससे बचना होगा और इसके खिलाफ युवा पीढ़ी को ध्वज वाहक बनना होगा. मानव तस्करी वर्तमान और भावी पीढ़ी के लिए सबसे बड़ा खतरा है.’

उन्होंने कहा कि विगत में दासता मानव तस्करी थी और आज भी यह अलग तरीके से मौजूद है.

नेपाल के सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस सपना प्रधान मल्ला ने अपने विशेष संबोधन में कहा कि प्रौद्योगिकी ने मानव तस्करी का बाजार पैदा किया है और पीड़ितों को ज्यादा कमजोर किया है.