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जब रघु राय ने मदर टेरेसा को प्रार्थना की फोटो लेने के लिए मनाया

रघु राय ने 1970 के बाद से लगभग पांच दशक तक मदर टेरेसा की तस्वीरें खींची हैं और उनकी कुछ उम्दा तस्वीरें ली हैं

Bhasha

जानेमाने फोटोग्राफर रघु राय ने मदर टेरेसा के कार्यों के कई पहलुओं को अपने कैमरे में कैद किया है लेकिन एक बार मिशनरीज ऑफ चैरिटी में प्रार्थना सभा के दौरान फोटो लिए जाने के लिए वह तैयार नहीं थीं पर राय ने अंतत: उन्हें फोटो लेने के लिए लिए मना लिया.

रघु राय ने 1970 के बाद से लगभग पांच दशक तक मदर टेरेसा की तस्वीरें खींची हैं और उनकी कुछ उम्दा तस्वीरें ली हैं. उनकी पुस्तक 'सेंट टेरेसा ऑफ कलकत्ता : अ सेलिब्रेशन ऑफ हर लाइफ एंड लीगसी' प्रकाशित हो गई है. पुस्तक में उन्होंने इन सारी घटनाओं का जिक्र किया है.


पुस्तक में वह बताते हैं कि मदर टेरेसा नहीं चाहती थीं कि प्रार्थना के दौरान फोटो खींचे जाए क्योंकि उनका मानना था कि इससे खलल पैदा होगा और उस क्षण की गंभीरता समाप्त हो जाएगी. राय निराश हो गए थे लेकिन वह अडिग रहे.

राय ने दिया ये तर्क

वह बताते हैं कि उन्होंने कहा, 'मदर, आप अक्सर कहती हैं कि आप गरीब से गरीब की देखभाल करती हैं क्योंकि आप उस वक्त नहीं थीं जब ईसा कष्ट में थे, इसलिए गरीबों की देखभाल करते हुए आप असल में ईसा की देखभाल कर रही हैं. यह उन दो मार्गों में से एक है जिसके जरिए उनसे सीधा संपर्क किया जा सकता है. दूसरा रास्ता प्रार्थना का है.' राय ने कहा कि वह ईसा को तभी देख सकते हैं जब मदर टेरेसा अपनी प्रार्थना करेंगी.

उन्होंने उनसे कहा, 'अगर मैं इसकी तस्वीर नहीं लूंगा, तो मैं यह संपर्क कैसे स्थापित करुंगा और दूसरों के साथ कैसे साझा करुंगा? मेरी कहानी अधूरी रह जाएगी.' मदर टेरेसा ने तब राय को अगली सुबह छह बजे से पहले आने को कहा था और उनके सामने एक जगह बैठकर फोटो लेने की शर्त रखी थी.

एक दूसरे मौके पर उन्होंने एक सिस्टर की तस्वीर ली थी जो ईसा मसीह के सामने कुछ कबूल कर रही थीं. वह इस क्षण की तस्वीर लेने का मौका नहीं गंवाना चाहते थे.

एक वरिष्ठ सिस्टर ने इसकी शिकायत मदर टेरेसा से की थी जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि 'मैं केवल सिस्टर्स की तस्वीर ले रहा था जो कबूल कर रही थीं, एक क्षण जो बहुत मानवीय था.' मदर टेरेसा ने केवल 'ठीक है' कहा और मामला वहीं खत्म हो गया था.