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सावधान: कमीशन के लिए छोटे से बड़े अस्पतालों में शिफ्ट किए जाते हैं मरीज

स्टिंग में सामने आया कि छोटे अस्पताल के डॉक्टर जब मरीज को बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजते हैं तो इसके पीछे उनका लालच होता है

FP Staff

आपकी बीमारी का फायदा उठाकर बड़े अस्पताल आपसे लाखों रुपए की लूट कर लेते हैं. लेकिन ऐसा सिर्फ बड़े अस्पतालों में ही नहीं होता छोटे अस्पताल भी इलाज के नाम पर मरीजों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं.

कोबरापोस्ट के एक स्टिंग में बहुत ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. स्टिंग में सामने आया कि छोटे अस्पताल के डॉक्टर जब मरीज को बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजते हैं तो इसके पीछे उनका लालच होता है. कैमरों के सामने इन डॉक्टरों ने भी यह कबूल भी किया.


डॉक्टरों की लूट से पर्दा हटाने के लिए कोबरापोस्ट की टीम कई बड़े अस्पतालों में पहुंची. इसका खुलासा फोर्टिस अस्पताल (मुंबई और बेंगलुरु), नोएडा के जेपी अस्पताल और मेट्रो अस्पताल, गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल और कोलंबिया एशिया अस्पताल (बेंगलुरु की ब्रांच भी), मैक्स अस्पताल (नई दिल्ली में साकेत और पटपड़गंज स्थित), अपोलो अस्पताल (नई दिल्ली और बेंगलुरू), मुंबई के नानावटी सुपर स्पेशलिटी नानावटी, हीरानंदानी अस्पताल, एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, सेवन हिल्स अस्पताल और जसलोक अस्पताल बेंगलुरु के जैसे 20 बड़े अस्पतालों में कमीशन या फिर कहें रेफेरल कट का घिनौना काम खुलेआम हो रहा है.

कैसे लूटते हैं मरीजों को?

-मुनाफा कमाने के लिए छोटे अस्पतालों और डॉक्टर को रेफेरल छूट यानि कमीशन के तौर पर दस से पैंतीस फीसदी तक कमीशन दिया जाता है.

-हर अस्पताल का रेफेरल छूट देने का तरीका अलग है.

-निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर को कमीशन कॉन्सल्टेशन फी के तौर पर दिया जाता है.

-कमीशन के अलावा डॉक्टर को महंगे गिफ्ट भी दिए जाते है.

-रेफेरल के इस काम को अंजाम देने के लिए इन बड़े हॉस्पिटल का विशाल नेटवर्क है.

– MCI Code of ethics Regulations, 2002 Chapter 6 Unethical Acts के मुताबिक कोई फिजिशियन किसी तरह का गिफ्ट, कमीशन या बोनस किसी मरीज को रेफर या रिकमेंड के नाम पर नहीं ले सकता. ये पूरी तरह से गलत है.

किस अस्पताल ने कितने पैसे कमीशन के तौर पर दिए. मुस्तफा साकेत स्थित मैक्स अस्पताल हर महीने 20 से 25 लाख रुपए कमीशन रेफर करने वाले डॉक्टरों और अस्पतालों को देने की बात कबूली.

अपोलो अस्पताल के सीनियर मैनेजर मार्केटिंग राम नरेश भगत ने बताया कि एंजियोप्लास्टी, रेडियो थेरेपी और घुटनों के रिप्लेसमेंट पर 10% कमीशन है, किडनी ट्रांसप्लांट पर कोई फिक्स नहीं है, लीवर पर 50 हजार फिक्स है. इसके अलावा आईपीटी के मरीज के टोटल बिल पर 10% कमीशन मिलेगा.

अंतरराष्ट्रीय मरीजों को रेफर करने पर ये अस्पताल कितना कमीशन देते हैं.  इसका जवाब अपोलो अस्पताल के असिस्टेंट मैनेजर विपिन शर्मा से मिला. विपिन ने बाहर के देशों से आए मरीजों को रेफर करने पर पूरे इलाज का 15 फीसदी कमीशन देने की बात कही.