राजस्थान में विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले वसुंधरा राजे सरकार बाड़मेर के गांव मियों का बाड़ा के नाम को महेश नगर में बदल रही है. इसके लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है. अभी उत्तर प्रदेश के जाने-माने रेलवे स्टेशन मुगलसराय रेलवे जंक्शन का नाम दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रखने का विवाद शांत भी नहीं हुआ है कि अब वैसा ही दूसरा मामला सामने आ रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, गृह मंत्रालय को राज्य की बीजेपी सरकार ने इस साल की शुरुआत में प्रस्ताव भेजा था, जिसे गृह मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी है.
मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 'हमने इस संबंध में इंटेलीजेंस ब्यूरो, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट और मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइसेंस से रिपोर्ट मांगी थी. कोई प्रतिकूल रिपोर्ट न आने पर हमने एनओसी जारी कर दी.'
अधिकारी ने कहा, 'राज्य सरकार गांव का नाम बदल सकती है. राजस्थान के पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, पोस्ट विभाग और जीएसआई को इस संबंध में एक सूचना भेजी जानी है.'
हालांकि, नाम बदलने के इस कदम पर बाड़मेर के सिवाना के विधायक हमीरसिंह भयाल का कहना है कि मियों का बाड़ा का नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है. भयाल ने कहा, 'इस गांव में शिव के होने की वजह से इसका नाम महेश नगर रखा गया है. इसके पहले इसका यही नाम था. लेकिन वक्त के साथ लोगों की बोली में बदलाव और पलायन के चलते इसे मियों का बाड़ा बुलाया जाने लगा.'