उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ब्रेन चाइल्ड माना जाने वाला आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे अब निवेशकों को लुभाने के लिए योगी सरकार का स्टार प्रोजेक्ट बन गया है. योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में हो रही कि पहली इनवेस्टर समिट के लिए पोस्टरों में पीएम मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ दिखाई दे रहे हैं. इन पोस्टरों में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को पूरी ठसक के साथ दिखाया गया है. पोस्टर में यह भी लिखा है कि भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में है. इन पोस्टरों पर रोष जताते हुए समाजवादी पार्टी की तरफ से क्रेडिट देने की मांग की गई है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ' बीजेपी अब उन प्रोजेक्ट्स का इस्तेमाल कर अपनी छवि चमका रही है जिसे हमने शुरू किया है. कम से योगी सरकार इतनी शराफत तो दिखाए कि अखिलेश यादव को क्रेडिट दे. एक तरफ तो ये सरकार इस प्रोजेक्ट पर उंगलियां भी उठाती रही है और दूसरी तरफ इनवेस्टर्स को लुभाने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर रही है.' चौधरी ने यह भी कहा कि पुराने प्रोजेक्ट्स का ही दोबारा उद्घाटन करने की बजाय योगी सरकार को कुछ नए प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखनी चाहिए.
दिलचस्प बात ये है कि योगी सरकार ने ही पिछले साल इस प्रोजेक्ट में घोटाले को लेकर जांच के आदेश भी दिए हैं. इनवेस्टर्स समिट के लिए योगी सरकार ने इस प्रोजेक्ट के अलावा भी कई समाजवादी सरकार के प्रोजेक्ट को प्रदर्शित किया है.
यूपी इनवेस्टर्स समिट 21 और 22 फरवरी को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगी. इस कार्यक्रम का शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. देश के प्रमुख बिजनेसमैन इस कार्यक्रम में शरीक होंगे.
(न्यूज़ 18 के लिए काज़ी फराज अहमद की रिपोर्ट)