पिछले कुछ समय से बेंगलुरु का जन-जीवन बारिश से अस्त-व्यस्त है. मौसम विभाग के अनुसार शहर में इतवार को 115 सालों की सबसे ज्यादा बारिश हुई है. 2005 में हुई रिकॉर्ड 1606.8 mm के सालाना बारिश के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इस साल की बारिश की मात्रा 1615 mm के स्तर पर पहुंच गई.
पिछले 15 दिनों में रुक-रुक कर हो रही बारिश और सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों के चलते कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 6 लोगों की मौत हो चुकी है. कई इलाकों में जन जीवन अस्त व्यस्त है. इस साल जुलाई में हुई भारी बारिश से शहर में नाव चलाने की हालत हो गई थी. मगर अभी भी प्रशासन का कोई खास प्रयास इस स्थिति में सुधार की तरफ नहीं दिखता है.
पिछले दो महीनों में शहर में काफी बारिश हो चुकी है. जबकि आम तौर पर इस मौसम में वहां बारिश नहीं होती है. जानकारों का मानना है कि आसपास के इलाकों की तुलना में बेंगलुरु में बेतहाशा बढ़े शहरीकरण के चलते ऐसा हो रहा है. शहर का तापमान अपने शहरीकरण के कारण काफी बढ़ गया है, जबकि आस-पास के इलाके अपेक्षाकृत ठंडे हैं. इससे बेंगलुरू में एक द्वीप जैसी स्थिति बन गई है.
ट्विटर पर इसको लेकर आक्रोश है. लोग राज्य की कांग्रेस सरकार और बेंगलुरु महानगर पालिका को अलग-अलग तरीके से कोस रहे हैं.