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UP के साथ देश के कई हिस्सों में तूफान और तेज बारिश की आशंका

इधर दिल्ली में भी मंगलवार सुबह आसमान में बादल छाए रहे. मौसम को देखते हुए दिन में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है

FP Staff

पिछले एक हफ्ते से मौसम की मार झेल रहे लोगों को अभी भी राहत मिलने के कोई भी आसार दिखाई नहीं दे रहे. देश के अलग-अलग राज्यों में अगले कुछ दिनों में धूल भरी आंधी और तेज बारिश की आशंका जताई गई है.

एक तरफ जहां पूर्वोत्तर में तेज बारिश और बाढ़ तबाही मचा रही है वहीं यूपी के कुछ इलाकों में तेज बारिश और तूफान में लोगों की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में भी मौसम का सितम जारी रहेगा.


इधर दिल्ली में भी मंगलवार सुबह आसमान में बादल छाए रहे. मौसम को देखते हुए दिन में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है.

इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बारिश होने की आंशका जताई गई थी. मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ घंटों में कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अंदेशा है. इसके बाद उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश हुई थी.

मौसम विभाग के मुताबिक 19 और 20 जून को भी आंधी और तेज बारिश के हालात बने रहेंगे.

कहां-कहां हो सकती है बारिश

यूपी के अलावा कोंकण और गोवा के कुछ इलाकों में तेज बारिश की आशंका जताई गई है. केरल और कर्नाटक के तटीयों क्षेत्रों में भी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा तमिलनाडु, उत्तरी आंध्र प्रदेश और तेलांगना के कुछ इलाकों में भी तेज बारिश और तूफान की आंशका जताई जा रही है.

यूपी में कई लोगों की हुई मौत

अभी हाल में उत्तर प्रदेश में तेज आंधी की चपेट में आने से 15 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 अन्य घायल हो गए. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बीते 24 घंटे में आई आंधी में 15 लोगों की मौत हो गई. छह लोग सीतापुर में, तीन-तीन गोंडा और कौशांबी में और एक-एक व्यक्ति फैजाबाद, हरदोई और चित्रकूट में आंधी का शिकार बने. उन्होंने बताया कि सीतापुर में 17 और फैजाबाद में 11 लोग घायल हो गए.

मॉनसून की बात करें तो फिलहाल ये ठाणे, अहमदनगर, बुलढाणा, अमरावती, गोंदिया, तितलगढ़, कटक, मिदनापुर, ग्वालपाड़ा और बागडोगरा से गुजर रहा है. आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘दक्षिण पश्चिम मॉनसून वर्तमान में कमजोर पड़ गया है. 15 जून तक यह काफी सक्रिय था लेकिन वर्तमान में यह कमजोर पड़ा हुआ है. बहरहाल, उम्मीद है कि यह पांच-छह दिनों में तेजी पकड़ लेगा.’ दक्षिण पश्चिम मॉनसून 29 मई को केरल पहुंचा था.