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एक साल बाद भी विपासना इंसां हरियाणा पुलिस की पहुंच से बाहर लेकिन ईडी कर चुका है दो बार पूछताछ

पिछले साल 25 अगस्त को दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को अपनी दो अनुयायियों के साथ जेल भेज दिया गया था

Bhasha

डेरा सच्चा सौदा की अध्यक्ष विपासना इंसां अब भी हरियाणा पुलिस के हाथ नहीं लग रही है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय उससे दो बार पूछताछ कर चुका है. पिछले साल 25 अगस्त के दिन गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार का दोषी ठहराए जाने के बाद भड़की हिंसा के बाद से ईडी उससे दो बार पूछताछ कर चुका है. विपासना इंसां और गुरमीत राम रहीम के प्रवक्ता आदित्य इंसां का नाम पंचकूला और सिरसा में हुई व्यापक हिंसा के सिलसिले में अति वांछित लोगों की सूची में है. इस हिंसा में 40 से अधिक लोग मारे गए थे.

पिछले साल 25 अगस्त को दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को अपनी दो अनुयायियों के साथ जेल भेज दिया गया था. इसके बाद उसके समर्थकों ने पंचकूला और सिरसा में काफी उत्पात मचाया और करोड़ों रुपए की संपत्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमारी टीम विपासना इंसां और आदित्य इंसां को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.'


प्रवर्तन निदेशालय ने आठ अगस्त को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सौंपी अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि इस बीच उससे दो बार पूछताछ की गई है. एजेंसी डेरा की वित्तीय संपत्तियों और वित्तीय गतिविधियों में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है.

विपासना इस साल फरवरी में मामले में अपना नाम जुड़ने से पहले हरियाणा पुलिस के विशेष जांच दल के समक्ष पेश हुई थी. इसके बाद से वो पुलिस के हाथ नहीं लग पाई है. पुलिस ने आदित्य इंसां की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.

हरियाणा पुलिस ने हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में डेरा समर्थकों के खिलाफ 240 मामले दर्ज़ किए थे. रोहतक की सुनारिया जेल में न्यायाधीश ने गुरमीत को 20 साल की सज़ा सुनाई थी. वो इस जेल में ही बंद है. अधिकारियों ने बताया कि डेरा प्रमुख जेल के अंदर सब्जियां उगाकर अब तक छह हज़ार रुपए कमा चुका है.