view all

नमाज पर विवाद: विज बोले-खुले में पढ़ने की आजादी पर कब्जे की नीयत से गलत

विज ने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं लेकिन यह कब्जे की भावना से नहीं होनी चाहिए

FP Staff

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खुले में नमाज न पढ़ने वाले बयान का हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने बचाव किया है. विज ने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं लेकिन यह कब्जे की भावना से नहीं होनी चाहिए. खट्टर ने रविवार को कहा था कि मस्जिदों, ईदगाहों और निजी स्थानों पर ही नमाज अदा की जानी चाहिए न कि सार्वजनिक जगहों पर.

विज ने कहा, कभी-कभार किसी को पढ़नी पड़ जाती हो तो धर्म की आजादी है लेकिन किसी जगह को कब्जा करने की नीयत से नमाज पढ़ना गलत है. उसकी इजाजत नहीं दी जा सकती.


मालूम हो कि पिछले दो हफ्तों से दक्षिणपंथी संगठन गुड़गांव में जुमे की नमाज को ‘बाधित’ करने की कोशिश करते हुए आरोप लगा रहे हैं कि कुछ लोग जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं. रविवार को खट्टर ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा, ‘हमारा मानना है कि नमाज मस्जिदों और ईदगाहों जैसे धार्मिक स्थलों के अंदर ही अदा की जानी चाहिए और जगह की कमी होने पर यह निजी स्थानों पर अदा की जाए.’

पिछले दो हफ्तों में वजीराबाद, अतुल कटारिया चौक, साइबर पार्क, बख्तावर चौक और साउथ सिटी इलाकों में नमाज पढ़ने से रोका गया. इसमें कथित रूप से विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू क्रांति दल, गौरक्षक दल और शिवसेना के सदस्य शामिल थे.

यह पूछे जाने पर कि इस तरह की घटनाओं को देखते हुए कानून व्यवस्था लागू करने के लिए सरकार की क्या रणनीति होगी, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है और हम वह करेंगे. हम तय कर रहे हैं कि प्रेम भाव बना रहे और कोई तनाव ना हो और हमने अपने अधिकारियों को सतर्क कर दिया है.’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा की जाने की घटनाएं ‘बढ़ रही हैं’ और ‘जब तक कोई इस पर ऐतराज नहीं जताता, तब तक तो यह ठीक है लेकिन अगर किसी विभाग या व्यक्ति को इस पर ऐतराज होता है तो हमें विचार करना होगा.’

(इनपुट भाषा से)