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हरियाणा में 7 जोड़ों ने हेलमेट पहनकर क्यों लिए फेरे, वो भी सात नहीं आठ

हेलमेट पहनकर फेरे लेने वाले जोड़ों ने वादा किया कि वह बिना हेलमेट कभी दुपहिया पर नहीं बैठेंगे

FP Staff

पुलिस अगर चाहे तो विभिन्न सामाजिक गतिविधियों द्वारा समाज में जागरुकता ला सकती है. ऐसा ही कुछ सिटी थाना में कार्यरत सब इंस्पेक्टर रामलाल कर रहे हैं. आये दिन कोई ना कोई सामाजिक काम करके समाज में भलाई का काम करते हैं. जिससे रामलाल लोगों और पुलिस के लिए एक नया सबक लिख जाते हैं.

पुलिस के एसआई रामलाल द्वारा डॉटर विद हेलमेट मुहिम के अंतर्गत नए आयाम स्थापित करते हुए रविवार को संपन्न हुई 7 जोड़ों की शादी दौरान नव विवाहित जोड़ों को 14 हेलमेट भेंट किए. इन सातों ने हेलमेट पहनकर 8वां फेरा लिया. साथ ही पति-पत्नियों ने ये वचन भी लिया कि कभी भी दुपहिया वाहन चलाते हुए वो बिना हेलमेट के नहीं बैठेंगे.


विभिन्न माध्यमों द्वारा शहर पुलिस द्वारा चलाई जा रही मुहिम के कारण 'डॉटर विद हेलमेट' अभियान डोर टू डोर पहुंचते हुए ऊंचाईयों के नए शिखर छू रहा है. नव विवाहित दुल्हनों ने कटिबद्ध होते हुए कहा कि दुपहिया वाहन चलाते समय या वाहन के पीछे बैठते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करेंगी.

इस अवसर पर एसआई रामलाल ने कहा कि जान है तो जहान है, दुपहिया वाहन चलाते समय होने वाली दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में हेलमेट की वजह से कमी लाई जा सकती है. दुर्घटनाओं में अधिकांश मौते सिर में लगी गम्भीर चोटों के कारण होती है, जिनका बचाव किया जा सकता है.

(हरियाणा से विरेंद्र पुरी की रिपोर्ट)