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गुरुग्रामः शूटआउट में जज की पत्नी के बाद अब हुई बेटे की भी मौत, 10 दिनों से चल रहा था इलाज

जज के बेटे ध्रुव का पिछले 10 दिनों से मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था, ध्रुव ने आज सुबह करीब चार बजे अस्पताल मेंनआखिरी सांस ली

FP Staff

गुरुग्राम के एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत शर्मा के बेटे की मंगलवार सुबह मौत हो गई. वो पिछले 10 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे. जज के पीएसओ ने उनकी पत्नी और बेटे पर फायरिंग की थी, जिसमें पत्नी की तो घटना के दिन ही मौत हो गई थी, जबकि बेटे ध्रुव ने आज सुबह अस्पताल में दम तोड़ दिया. मृतक ध्रुव के लीवर, हार्ट और किडनी को डोनेट किया गया है.

ध्रुव का पिछले 10 दिनों से मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. ध्रुव ने आज सुबह करीब चार बजे अस्पताल में आखिरी सांस ली. बता दें कि जज के गनमैन महिपाल ने 13 अक्टूबर 2018 को जज के बेटे और पत्नी को सरेआम बीच सड़क पर गोली मार दी थी. जज की पत्नी की उसी दिन मौत हो गई थी वहीं ध्रुव को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसका ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.


जज कृष्णकांत शर्मा ने अपने बेटे ध्रुव के ऑर्गन्स डोनेट कर दिए हैं

अस्पताल के सूत्रों की मानें तो जज कृष्णकांत शर्मा ने अपने बेटे ध्रुव के ऑर्गन्स डोनेट कर दिए हैं. अलग अलग जरूरतमंदों को ध्रुव के ऑर्गन्स ट्रांसप्लांट किए जाएंगे. गुरुग्राम में 38 साल के कॉन्स्टेबल महिपाल ने एडिशनल सेशन जज की पत्नी और बेटे पर गोली चलाई थी. जज की बीवी और बेटे पर हमला तब हुआ, जब वो गुरुग्राम के एक मार्केट में खरीदारी के लिए घूम रहे थे. खास बात तो यह है कि हमलावर गनमैन ने जज को फोन कर खुद हमले की जानकारी भी दी थी.

गनमैन को पुलिस ने फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड से गिरफ्तार कर लिया था

गोली मारने के बाद फरार हुए गनमैन को पुलिस ने फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड से गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी ने न सिर्फ जज कृष्ण कांत की पत्नी और बेटे पर गोली चलाई बल्कि उसने दोनों पर लात-घूंसे भी बरसाए थे. आपको बता दें कि सीसीटीवी फुटेज में वह जज के नाबालिग बेटे को बड़ी ही बेरहमी से सड़क पर घसीटते हुए नजर आ रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जज कृष्ण कांत की पत्नी ऋतु पर गोली चलाते ही वह जमीन पर गिर पड़ी और उसके बाद महिपाल ने उस पर जमकर लातें बरसाईं. जब बेटे ध्रुव ने उसे रोकने की कोशिश की तो महिपाल ने उस पर भी बंदूक तान दी और तीन गोलियां चला दीं.

महिपाल की तैनाती जज और उनके परिवार की सिक्योरिटी में की गई थी

आपको बता दें कि महिपाल की तैनाती जज और उनके परिवार की सिक्योरिटी में की गई थी. पुलिस के मुताबिक महिपाल ने स्वीकार किया है कि वह काफी परेशान था और दिनभर परिवार के इशारे पर इधर-उधर भागना उसे पसंद नहीं था. उसने कहा कि उसे लगता है कि घटना के वक्त उस पर बुरे साए का असर था. वह कुछ दिनों से छुट्टी की मांग भी कर रहा था लेकिन उसे छुट्टी नहीं मिल रही थी. इस वजह से भी वह बहुत परेशान था. वहीं जज भी उसे बहुत डांटते थे और अपने घर का बहुत सारा काम करवाते थे. आपको बता दें कि घटना के कुछ देर बाद ही महिपाल को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि वह मानसिक रूप से काफी परेशान नजर आ रहा था.