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राम रहीम: 45 मेंबरों की कमेटी ने की थी पंचकुला हिंसा की प्लानिंग

17 अगस्त 2017 की मीटिंग में ये भी तय किया गया था कि पंचकुला कोर्ट से अगर गुरमीत के खिलाफ ऑर्डर आते हैं तो सरकार को कैसे हिलाना है और कैसे हिंसा फैलानी है और कैसे गुरमीत को भगाकर ले जाना है

FP Staff

25 अगस्त 2017 को पंचकुला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट के सामने गुरमीत राम रहीम की पेशी के बाद पंचकुला में दंगे भड़क गए थे. जिसमें भारी हिंसा देखने को मिली थी और सरकारी संपत्ति को खासा नुकसान हुआ था. इन सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए हरियाणा पुलिस की SIT ने पंचकुला कोर्ट में सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है जिसमें राम रहीम को देशद्रोह का आरोपी नंबर-50 बनाया गया है.

हिंसा के 10 महीने बीत जाने के बाद गुरमीत राम रहीम को आरोपी बनाने का फैसला राकेश इंसा के बयानों के आधार पर हुआ. राकेश भी डेरे की कोर कमेटी में थे और अब जेल में हैं. सप्लिमेंट्री चार्जशीट में SIT ने दावा किया है कि साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में डेरा प्रमुख ने अपने खिलाफ आने वाले कोर्ट के ऑर्डर से पहले आदित्य इंसा से पूछा था कि पंचकुला के प्लान पर काम कैसा चल रहा है?


आदित्य इंसा ने कहा था कि सब प्लान के मुताबिक है. SIT का कहना है कि पंचकुला में लाखों लोगों को जुटाने की प्लानिंग सिरसा डेरे में ही हुई थी. हिंसा भड़काने की साजिश में जुटे डेरे के लोग राम रहीम की निर्देशों पर ही काम कर रहे थे. 12 अगस्त 2017 को सिरसा डेरे में तय हो गया था कि फैसले वाले दिन पंचकुला में क्या करना है.

चार्जशीट के मुताबिक गुरमीत राम रहीम के खास रहे राकेश इंसा ने बयान दिया है कि 17 अगस्त 2017 को डेरा सच्चा सौदा सिरसा में 45 मेंबरों की कमेटी की एक मीटिंग हुई थी. इसमें तय किया गया था कि पंचकुला में हिंसा फैलाने के लिए किसकी क्या भूमिका होगी. पूरी प्लानिंग गुरमीत की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत और आदित्य इंसा ने फाइनल की थी. पंचकुला भेजी गई भीड़ को ये बताया गया कि वहां सत्संग होना है. इसी तरह पंचकुला में डेरे के इंचार्ज चमकौर सिंह समेत कई लोगों को रुपये जुटाने में लगाया गया और पंचकुला में लोगों के खाने और रहने का इंतजाम कराना भी इनके जिम्मे था. लोगों को पंचकुला पहुंचाने के लिए अलग-अलग टीमें लगी थीं.

17 अगस्त 2017 की मीटिंग में ये भी तय किया गया था कि पंचकुला कोर्ट से अगर गुरमीत के खिलाफ ऑर्डर आते हैं तो सरकार को कैसे हिलाना है और कैसे हिंसा फैलानी है और कैसे गुरमीत को भगाकर ले जाना है. इसके लिए भी एक अलग टीम तैयार की गई थी. गुरमीत राम रहीम को पुलिस से छुड़ाकर भगाने के मकसद के तहत ही पुलिस की गाड़ी का भी पीछा गया किया. लेकिन डेरे के लोगों का यह मंसूबा कामयाब नहीं हुआ. मीटिंग के बारे में राकेश इंसा ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि पूरे प्लान के बारे में उसके सामने ही राम रहीम और आदित्य इंसा की बातचीत हुई थी.

राम रहीम को अब तक आरोपी न बनाने वाली हरियाणा पुलिस की SIT सवालों के घेरे में थी. लेकिन जांच टीम के पास उसके खिलाफ पहले ना तो कोई सबूत था और ना ही गवाह. अब SIT को राकेश इंसा के रूप में गवाह मिल गया है. राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहे हैं. इसलिए अब हरियाणा पुलिस की SIT जेल जाकर उनसे पूछताछ करेगी.

इसके लिए डीजीपी ऑफिस से इजाजत मांग ली गई है. कोर्ट में फाइल की गई सप्लिमेंट्री चार्जशीट के साथ राकेश इंसा के बयानों की कॉपी लगाई गई है. इसमें गुरमीत और पंचकुला हिंसा के बीच लिंक के बारे में बताया गया है. सप्लिमेंट्री चार्जशीट में ये भी साबित करने की कोशिश की गई है कि गुरमीत राम रहीम और उसका खासम-खास आदित्य इंसा 25 अगस्त 2017 के इस पूरे घटनाक्रम से ठीक पहले तक लगातार संपर्क में थे.

(न्यूज़18 के लिए मोहित मल्होत्रा की रिपोर्ट)