view all

अफ्रीकी मूल की छात्रा का आरोप गलत: पुलिस अधीक्षक

कैब ड्राइवर ने बताया कि जब उसने छात्रा को उसके घर के पास छोड़ा तो उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी

Bhasha

गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने गुरुवार को दावा किया कि अफ्रीकी मूल की छात्रा कुमारी मारिया के साथ हुई मारपीट का आरोप झूठा है.


आरोप था कि बुधवार सुबह ग्रेटर नोएडा में स्थानीय युवकों ने उसके साथ मारपीट की. सिंह ने बताया कि छात्रा के साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी.

किसने बताया सच?

पुलिस कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में छात्रा को उसके घर छोड़ने वाले कैब ड्राइवर पिंटू को भी पेश किया.

पिंटू ने बताया कि जब उसने छात्रा को ओमीक्रॉन स्थित उसके घर के पास छोड़ा तो उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी.

ड्राइवर ने यह भी दावा किया कि छात्रा ने शराब पी रखी थी. एसएसपी का दावा है कि छात्रा के साथ उसके नाईजीरियाई साथियों ने मारपीट की है.

यह नस्लीय हमला नहीं है. एसएसपी का दावा है कि युवती का आरोप गलत है. पुलिस को जांच में जो सबूत मिले हैं उसके आधार पर कहा जा सकता है कि लड़की झूठ बोल रही है.

झूठे आरोपों की क्या है वजह?

छात्रा को पुलिस ने उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अफ्रीकन स्टूडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के चार्ल्स केनेडी भी मौजूद थे.

उन्होंने दावा किया कि छात्रा के साथ मारपीट का मामला सामने नहीं आया है. छात्रा अपनी निजी परेशानियों के चलते डिप्रेशन में हैं. ग्रेटर नोएडा में रह रहे छात्रों की सुरक्षा के लिए आरआरएफ को तैनात कर दिया गया है.

केन्या की रहने वाली छात्रा मारिया ने बुधवार सुबह थाना ग्रेटर नोएडा नोएडा में शिकायत दर्ज कराई थी. कि जब वह देर रात अपने दोस्तों के साथ पार्टी करके लौट रही थी तब स्थानीय लोगों ने उसपर हमला कर मारपीट की.