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2000 रुपए के नोट पर सरकार फिर से विचार करे: रामदेव

उच्च मूल्य वर्ग वाले करंसी नोट किसी भी देश के लिये शुभ नहीं होते

Bhasha

योगगुरु बाबा रामदेव ने सोमवार को कहा कि उच्च मूल्य वर्ग वाले नोट किसी भी मुल्क के लिए अच्छे नहीं होते. इस वजह से सरकार को देश में 2000 रुपए के नोट के प्रचलन पर फिर से विचार करना चाहिए.

पुराने नोट बंद कर हाल में सरकार द्वारा जारी किए गए 2000 रुपए के नए नोट के सवाल पर रामदेव ने पत्रकारों से कहा, ‘उच्च मूल्य वर्ग वाले करंसी नोट किसी भी देश के लिये शुभ नहीं होते. इसी वजह से प्रधानमंत्री द्वारा कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा दिया जा रहा है. सरकार को भविष्य में 2000 रुपए के नोट के प्रचलन पर विचार करना चाहिए.’


एक प्रश्न के उत्तर में योगगुरु ने साफ-साफ कहा, ‘2000 रुपए का नोट मुझे पसंद नहीं आया क्योंकि उच्च मूल्य वर्ग वाले नोट से राजनीतिक और आर्थिक अपराधों में वृद्धि होती है. इससे कालाधन, आतंकवाद, नक्सलवाद को सहायता मिलती है. इसके साथ ही यह चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने का काम करती है.’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उच्च मूल्य वर्ग के नोट से करोड़ो रुपए मूल्य के नोट सूटकेस में रखे जा सकते हैं.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नर्मदा नदी के किनारे 5 किलोमीटर के दायरे में शराब की दुकानों को बंद करने के फैसले की प्रशंसा की. रामदेव ने कहा कि महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार देश को धीरे-धीरे शराबबंदी की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा होगा यदि पूरा मध्यप्रदेश ही शराबबंदी की ओर आगे बढ़े. शराब के सेवन से आत्मविश्वास और बुद्धिमत्ता में कमी आती है. महात्मा गांधी का भी विचार था कि पूरे देश में शराबबंदी लागू होनी चाहिए.’