view all

गोरखपुर त्रासदी: मर रहे बच्चों के लिए फरिश्ता बने डॉ. कफील को हटाया गया

गोरखपुर त्रासदी मामले के कुछ दिन बाद डॉक्टर कफील खान को एनआईसीयू से हटा दिया गया है

FP Staff

गोरखपुर त्रासदी मामले के चंद दिनों बाद कफील खान को बीआरडी अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट और वाइस प्रिंसिपल के पद से हटाया गया है. साथ ही उन्हें अस्पताल की सभी ड्यूटी से भी हटा दिया गया है. डॉक्टर कफील खान बीआरडी अस्पताल में इंसेफेलाइटिस विभाग के इंचार्ज थे.

डॉक्टर कफील खान को एनआईसीयू से हटा दिया गया है. उन्हें एनआईसीयू विभाग के प्रमुख के पद से हटाया गया है. उनकी जगह अब डॉक्टर भूपेंद्र शर्मा को एनआईसीयू का प्रमुख बनाया गया है. वहीं अंबेडकर नगर के राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पंकज सिंह को बीआरडी मेडिकल कॉलेज का अतिरिक्त भार दिया गया है.

इससे पहले रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बीआरडी अस्पताल का दौरा किया और पीड़ितों का हालचाल जाना. इसके बाद सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. योगी ने कहा, 'कमेटी की रिपोर्ट एक बार आने दीजिए. केवल गोरखपुर ही नहीं यूपी में किसी की लापरवाही से जनहानि होगी तो सरकार उसको बख्शेगी नहीं. चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है. सरकार पर भरोसा रखिए.'

दरअसल गुरुवार की रात करीब दो बजे डॉक्टर कफील को अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की सूचना मिली. सूचना मिलते ही डॉक्टर समझ गए कि स्थिति कितनी भयावह होने वाली है. आनन-फानन में वो अपने मित्र डॉक्टर के पास पहुंचे और ऑक्सीजन के तीन सिलेंडर अपनी गाड़ी में लेकर शुक्रवार की रात तीन बजे सीधे बीआरडी अस्पताल पहुंचे. तीन सिलिंडरों से बालरोग विभाग में करीब 15 मिनट ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकी.

रातभर किसी तरह से काम चल पाया, लेकिन सुबह सात बजे ऑक्सीजन खत्म होते ही एक बार फिर स्थिति गंभीर हो गई. डॉक्टर ने शहर के गैस सप्लायर से फोन पर बात की. बड़े अधिकारियों को भी फोन लगाया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. डॉ. कफील अहमद एक बार फिर अपने डॉक्टर मित्रों के पास मदद के लिए पहुंचे और करीब एक दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर का जुगाड़ किया. इस बीच उन्होंने शहर के करीब 6 ऑक्सीजन सप्लॉयर को फोन लगाया.

सभी ने कैश पेमेंट की बात कही. इसके बाद कफील अहमद ने बिना देरी किए अपने कर्मचारी को खुद का एटीएम दिया और पैसे निकालकर ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को कहा. इस बीच डॉक्टर ने एंबु पंप से बच्चों को बचाने की कोशिश भी की. डॉ कफील के इस प्रयास की सोशल मीडिया पर खूब प्रशंसा हो रही है.

मेडिकल कालेज के इंसेफेलाइटिस वार्ड में मासूमों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. वार्ड में लगातार बच्चों की मौत हो रही है. यहां बीती रात केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के दौरे के कुछ मिनट पहले एक नवजात बच्चे की मौत हुई है. रविवार सुबह भी एक बच्चे के मौत की खबर है. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या अब 70 के पार चली गई है.

आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 9 अगस्त को बीआरडी अस्पताल का दौरा किया था. जिसके एक दिन बाद यहां कथित रूप से ऑक्सीजन सप्लाई न मिल पाने के कारण 30 बच्चों की मौत हो गई थी. जहां गुरुवार रात को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चे तड़प-तड़पकर मर रहे थे. वहीं डॉक्टर फकील कुछ बच्चों के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए. इंसेफेलाइटिस वार्ड के प्रभारी व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है.