view all

8500 रुपए में कबाड़ी को बेची गईं बिहार मैट्रिक परीक्षा की 42 हजार आंसरशीट्स

टैम्पो चालक संजय कुमार ने बताया कि उसने करीब 18 दिन पहले ही इन कॉपियों को स्कूल से ले जाकर कबाड़ में पहुंचा दिया था. यानी इन कॉपियों को उस स्कूल से 05 जून को बेचा गया था

FP Staff

बिहार के बहुचर्चित मैट्रिक आंसरशीट घोटाला मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है. यह एक्सक्लूसिव जानकारी सिर्फ न्यूज़18 के पास है. जानकारी के मुताबिक, गोपालगंज के एसएस बालिका इंटर कॉलेज से जो 42 हजार 500 उत्तरपुस्तिकाएं गायब हुई थीं, उन कॉपियों को कॉलेज के आदेशपाल छठू सिंह ने ही कबाड़ में बेचा था. यह खुलासा उत्तरपुस्तिकाओं को रद्दी के भाव से खरीदने वाले कबाड़ व्यवसायी ने किया है.

दरअसल इस मामले की छानबीन कर रही एसआईटी ने शुक्रवार को नगर थाना के हजियापुर मोड़ के समीप से एक कबाड़ी वाले को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए कबाड़ी वाले का नाम पप्पू कुमार गुप्ता है. पप्पू कुमार गुप्ता के मुताबिक, उसे कॉलेज के आदेशपाल ने मोबाइल पर फोन कर कबाड़ में कुछ कॉपियों को बेचने की बात कही थी.


मोबाइल फोन पर सूचना मिलने के बाद पप्पू कुमार गुप्ता देर रात टैम्पो लेकर वहां पहुंचा. यहां 216 बैग्स में मैट्रिक की कॉपियां रखी गई थीं, जिन्हें लेकर वह चला गया. उन बैग्स में करीब 42 हजार 500 कॉपियां थी.

पप्पू ने इन कॉपियों के बदले आदेशपाल को साढ़े आठ हजार रुपए भी दिए थे. पप्पू के बयान के आधार पर पुलिस ने टैम्पो चालक संजय कुमार को भी इस साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.

टैम्पो चालक संजय कुमार ने बताया कि उसने करीब 18 दिन पहले ही इन कॉपियों को स्कूल से ले जाकर कबाड़ में पहुंचा दिया था. यानी इन कॉपियों को उस स्कूल से 05 जून को बेचा गया था.

बता दें कि एसआईटी ने इस मामले में पहले से आदेशपाल छठू सिंह और नाइट गार्ड असपुजन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस तरह इस मामले में अभी तक 4 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जबकि गिरफ्तार प्राचार्य को अभी भी जेल नहीं भेजा गया है.

हालांकि एसपी राशिद जमां ने इस मामले में अभी कुछ भी बताने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि महज कुछ घंटे में इस मामले की औपचारिक जानकारी मीडिया को दी जाएगी. अब बड़ा सवाल है कि क्या गायब कॉपियों को सिर्फ कबाड़ में ही बेचा गया है या फिर कोई बड़ी साजिश के तहत कॉपियां गायब की गई हैं.

(न्यूज़18 के लिए मुकेश कुमार की रिपोर्ट)