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अपर बर्थ मिलने पर फर्श पर सोयी दिव्यांग खिलाड़ी, मंत्री ने दिए जांच के आदेश

सुवर्णा राज नाम की इस खिलाड़ी ने अपना बर्थ बदलने के लिए टीटीई और गार्ड से कई बार गुजारिश की लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई

Bhasha

नागपुर से दिल्ली को चलने वाली गरीबरथ एक्सप्रेस में एक दिव्यांग खिलाड़ी को अपर बर्थ अलॉट कर दिया गया. सुवर्णा राज नाम की इस खिलाड़ी ने अपना बर्थ बदलने के लिए टीटीई और गार्ड से कई बार गुजारिश की लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई. नतीजा यह हुआ कि सुवर्णा को ट्रेन की फर्श पर सोकर सफर करना पड़ा.

पोलियो इंफेक्शन की वजह से सुवर्णा 90 प्रतिशत डिसेबल हैं, पैरा एथिलीट सुवर्णा कई मेडल भी जीत चुकी हैं. शनिवार रात सुवर्णा की समस्या को ट्विटर के जरिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु तक भी पहुंचाया गया.


रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.

दिव्यांग कोच में थी बर्थ 

सुवर्णा ने रविवार सुबह जब सीएनएन न्यूज 18 से फोन पर बात की तो वह ट्रेन में ही थीं. उन्होंने बताया, '12 घंटे हो चुके हैं. मैंने टीटीई को 10 बार कॉल किया. पर वह नहीं आए. कोई टिकट चेक करने भी नहीं आया. मैं अब तक वॉशरूम भी नहीं जा पाई हूं.'

सुवर्णा की ट्रेन सुबह 10:20 बजे निजामुद्दीन स्टेशन पहुंची. यहां पहुंचने के बाद सीएनएन न्यूज 18 से बातचीत में सुवर्णा ने कहा, 'मैंने दिव्यांग कोच में टिकट बुक की थी, लेकिन मुझे अपर बर्थ अलॉट किया गया. मुझे जमीन पर सोना पड़ा. हमें क्या चाहिए यह पूछने वाला भी ट्रेन में कोई नहीं था. मैं इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की चीजें नहीं मांग रही, बस वही मांग रही हूं जो इंसान होने के नाते हम डिजर्व करते हैं.

उन्होंने कहा कि रेलमंत्री सुरेश प्रभु को दिव्यांगों के कोच में सफर करना चाहिए ताकि वह जमीनी हकीकत समझ सकें. इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत की पैरालिंपिक कमिटी के वाइस प्रेसिडेंट गुरशरण सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर रेल मंत्रालय से बात करेंगे.

साभार: न्यूज़18 हिंदी