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गाजियाबादः प्लेसमेंट एजेंसी ने कनाडा में जॉब दिलाने के नाम पर ठग लिए 1 करोड़

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 100 में से करीब 15 लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों के रहने वाले थे, इन लोगों ने बीते गुरुवार को गाजियाबाद के कवि नगर पुलिस थाने में कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है

FP Staff

गाजियाबाद की एक प्लेसमेंट एजेंसी ने बेरोजगार युवकों को कनाडा में नौकरी दिलाने का झामगा देकर 1 करोड़ रुपए की ठगी कर ली. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस एजेंसी ने करीब 100 लोगों से नौकरी देने के नाम पर 1 करोड़ रुपए वसूल लिए. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 100 में से करीब 15 लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों के रहने वाले थे. इन लोगों ने बीते गुरुवार को गाजियाबाद के कवि नगर पुलिस थाने में कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.

सिलेक्शन होने पर 30 से 40 हजार रुपए प्रति महीने सैलरी देने की बात 


शिकायत कर्ताओं के अनुसार उन लोगों ने एक स्थानीय अखबार में ग्लोबल ओवरसीज नामक कंपनी का विज्ञापन देखा था जिसमें न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में स्टोरकीपर, मेकेनिक और कूक की नौकरी के बारे में लिखा हुआ था. विज्ञापन में कैंडिडेट्स का सिलेक्शन होने के बाद 30 से 40 हजार रुपए प्रति महीने सैलरी देने की बात भी लिखी हुई थी. शिकायत कर्ताओं के अनुसार उस एजेंसी ने जिसका ऑफिस गाजियाबाद के राज नगर में दिखाया गया है ने उन लोगों से वीजा और दूसरी फॉरमेलिटीज के लिए करीब 1.5 लाख रुपए वसूले थे.

मेडिकल जांच, इंश्योरेंस और वीजा के लिए 1.60 लाख रुपए मांगे

बिहार के रक्सौल के रहने वाले 26 वर्षीय विकास कुमार ने बताया कि करीब तीन महीने पहले कई मशहूर अखबारों में यह विज्ञापन छपा हुआ था. जब उसने विज्ञापन देखकर एजेंसी में बात की तो उन लोगों ने उन्होंने गाजियाबाद के ऑफिस आकर एप्लीकेशन फॉर्म भरने और एग्रीमेंट पर साइन करने की बात कही.  विकास ने आगे बताया- इसके कुछ दिन बाद उन्होंने उससे मेडिकल जांच, इंश्योरेंस और वीजा की प्रोसेसिंग के लिए 1.60 लाख रुपए मांगे थे.

एजेंसी के मालिक राज राणा और मनू शर्मा का फोन स्विच ऑफ 

विकास ने बताया कि उसे कनाडा में स्टोरकीपर की नौकरी का ऑफर दिया जा रहा था. उसने आगरा के बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवा दिए. एजेंसी एक सप्ताह पहले विकास को वीजा की कॉपी भेज दी और कहा कि कनाडा के लिए उसकी फ्लाइट 18 दिसंबर को है. इसके बाद 10 दिसंबर से एजेंसी के मालिक राज राणा और मनू शर्मा को फोन स्विच ऑफ बता रहा है. गड़बड़ी देखकर विकास अपने तीन और दोस्तों आशीष कुमार, ज्वाला और राज कुमार (इन लोगों ने भी विकास की तरह विज्ञापन देखकर नौकरी के लिए अप्लाई किया था) गाजियाबाद पहुंचे.

आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत राज राणा पर एफआईआर दर्ज

वहां जाकर उन्हें पता चला कि ऑफिस कुछ दिनों पहले ही बंद हो गया है. इसके बाद उन लोगों ने किव नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई. कवि नगर पुलिस थाने के एसएचओ राजकुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस की एक टीम को शिवम अंसल बिल्डिंग में स्थित उनके ऑफिस में भेजा गया था लेकिन वहां उन्हें कुछ नहीं मिला. आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत कंपनी के मालिक राज राणा पर कवि नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.