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वित्त वर्ष 2017 में जीडीपी ग्रोथ 7.1% रहने का अनुमान

सरकार ने अपने जीडीपी अनुमान में नोटबंदी के असर को शामिल नहीं किया है

FP Staff

नोटबंदी के बाद देश की जीडीपी ग्रोथ घटने की आशंका जताई जा रही थी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जीडीपी में 2 फीसदी गिरावट की आशंका जताई थी.फिच ग्रुप की कंपनी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने 1 फीसदी और एशियन डिवेलपमेंट बैंक ने जीडीपी की ग्रोथ रेट 0.6 फीसदी घटने का अंदाजा लगाया था.

लेकिन सरकार ने जीडीपी का जो आंकड़ा पेश किया है उसमें नोटबंदी के असर को शामिल नहीं किया. सरकारी आंकड़े के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2017 में जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी रहने का अनुमान है. इससे पहले फिस्कल ईयर 2016 जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी थी.


जीडीपी ग्रोथ का अनुमान कारोबारी साल के पहले 7 महीनों के इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन के आधार पर लगाया गया है. सरकार ने नोटबंदी के असर को खारिज कर दिया है. अगले महीने की पहली तारीख को सरकार बजट पेश करने वाली है, ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार अपने बजट को इसी नंबर को आधार बनाएगी.

प्रति व्यक्ति आमदनी की ग्रोथ

फाइनेंशियल ईयर 2017 में प्रति व्यक्ति आय में 5.6 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान है. इससे पहले फिस्कल ईयर में प्रति व्यक्ति इनकम ग्रोथ 6.2 फीसदी रहने का अनुमान था.

कृषि सेक्टर की ग्रोथ

फाइनेंशियल ईयर 2017 में कृषि सेक्टर की ग्रोथ 4.1 फीसदी रहने का अनुमान है. फाइनेंशियल ईयर 2016 में कृषि सेक्टर की ग्रोथ 1.2 फीसदी थी. इस दौरान माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ -1.8 फीसदी रहने का अनुमान है. जबकि फाइनेंशियल ईयर 2016 में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 7.4 फीसदी थी.

कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ फिस्कल ईयर 2017 में 2.9 फीसदी रहने का अनुमान है. इससे एक साल पहले यह 3.9 फीसदी थी. वहीं, फिस्कल ईयर 2017 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 7.4 फीसदी रहने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2016 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 9.3 फीसदी रही थी.

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि सरकार के दावों के बावजूद नोटबंदी के कारण कम ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है. उन्होंने कहा है कि उनके अपने आंकलन के मुताबिक ग्रोथ में एक फीसदी की कमी आएगी.